तेहरान। शनिवार 26 अक्टूबर को इजराइल ने ईरान पर ताबड़तोड़ सौ से अधिक बम बरसाए। इसके बाद मिडिल ईस्ट में एक और युद्ध का आहट सुनाई देने लगी है। वहीं इजरायल के इस हमले को लेकर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई (Supreme Leader Ali Khamenei) ने चुप्पी तोड़ी है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने रविवार 27 अक्टूबर 2 को कहा कि इजरायल के हमले को न तो बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाना चाहिए और न ही उन्हें कम करके आंका जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने बदले की कार्रवाई का कोई आह्वान नहीं किया। उन्होंने कहा कि, ईरान को इजरायल की आक्रामकता का जवाब देने का अधिकार है।
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ईरान के बारे में गलत अनुमान लगा रहा इजराइल
ईरानी नेता ने यह भी कहा, “इजरायली शासन ईरान के संबंध में गलत अनुमान लगा रहा है क्योंकि वह अभी भी ईरान और उसके लोगों को नहीं समझ पाया है। इजराइल को ईरान के लोगों की ताकत और इच्छाशक्ति को समझने की जरूरत है।” अयातुल्ला खामेनेई ने आगे कहा, इजराइल को ईरान के युवाओं की ताकत और पहल को समझना जरूरी है। ये इजराइली अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे ईरानी लोगों की ताकत और उनकी इच्छाशक्ति को इजराइल की सरकार तक पहुंचाएं। साथ ही ये भी देखें कि उन्हें अपने देशों के हितों के लिए किस तरह की कार्रवाई करनी चाहिए।
यूएस, ब्रिटेन और जर्मनी ने की युद्ध न बढ़ाने की अपील
बता दें कि इजराइल के हमले के बाद ईरान ने कहा था कि वह अपनी रक्षा खुद करेगा। इसके बाद इजराइल का भी बयान आया कि अगर तेहरान ने जवाबी कार्रवाई की तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। इधर, संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन और जर्मनी ने ईरान से युद्ध को न बढ़ाने की अपील की है।आईडीएफ के मुताबिक, शनिवार को तड़के ईरान पर हुए ये हमले इजराइली वायु सेना के सहयोग से किये चरणों में किये गये। उसकी ये कार्रवाई गत एक अक्टूबर को तेहरान द्वारा किये गये बैलेस्टिक मिसाइल अटैक का बदला है।
इजराइली हमले में चार सैनिकों की मौत
अलजजीरा के मुताबिक, ईरानी मीडिया ने शनिवार को बताया था कि इजरायली हवाई हमलों में कम से कम चार सैनिक की मौत हो गई है, वहीं रडार सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गए है। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा कि इजरायली हमले का ईरान की परमाणु सुविधाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
हर दुश्मन को खत्म करने में जुटा इजराइल
गौरतलब है कि सात अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजराइल पर किये गये हमले के बाद वह बौखला गया है और अपने दुश्मनों के एक के बाद एक निशाना बना रहा है।फिलिस्तीन के गाजापट्टी में हमास को खत्म करने के बाद उसने लेबनान का रुख किया है हिजबुल्ला का किला तेजी से ढहा रहा है। इसी के साथ वह हिजबुल्ला और हमास को सपोर्ट करने वाले ईरान पर भी मिसाइलें बरसा रहा है।
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