



प्रयागराज। Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट के पास भगदड़ मच गई। इस घटना में 15 लोगों के मरने की खबर है। वहीं कुछ लोग बेहोश हो गये हैं। प्रशासन घटनास्थल पर त्वरित रूप से राहत और बचाव कार्य कर रहा है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं। मेले में भगदड़ के कारण निरंजनी अखाड़े ने स्नान जुलूस रोक दिया है। वहीं कुछ अखाड़ों ने स्नान कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से घटना की जानकारी ली।
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संयम बरतने की अपील
सामने आये एक वीडियो के मुताबिक, कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोटें आई हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि स्थिति अब कंट्रोल में है। महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और धैर्य बनाए रखें। जानकारी के अनुसार, प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इस घटना में कई लोगों की जान चली गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, भगदड़ होते ही लोग बिना सोचे समझे इधर से उधर दौड़ने लगे। फिलहाल, प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान अभी नहीं जारी किया गया है।
कई श्रद्धालु बेहोश
सूचना के अनुसार, संगम तट पर भगदड़ के दौरान कई श्रद्धालु बेहोश हो गए हैं, जिनमें महिलायें और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को 50 से अधिक एंबुलेंस के माध्यम से सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंचाया जा रहा है। वहीं कई घायलों को लोगों ने मोटरसाइकिलों से भी अस्पताल पहुंचाया गया। हालात पर काबू पाने के लिए सेना और एनएसजी ने मोर्चा संभाल लिया है।
भारी भीड़ के कारण रोका गया स्नान
मौनी अमावस्या के अवसर पर होने वाले अमृत स्नान को भारी भीड़ के चलते शैव अखाड़ों ने रोक दिया है। महानिर्वाणी और निरंजनी अखाड़े के साधु और नागा संन्यासी स्नान के लिए बाहर नहीं निकले हैं, जबकि हजारों नागा संन्यासी इस समय छावनी में मौजूद हैं।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने बताया कि भारी भीड़ के कारण स्नान को स्थगित किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि स्थिति सामान्य होती है, तो ही स्नान की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी, वरना स्नान निरस्त कर दिया जाएगा।
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