



मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा (Mathura) जिले में स्थित मां वैष्णो देवी का चमत्कार अक्सर देखने को मिलता है। यहां सबसे पहले साल 1976 में चमत्कार हुआ था। कहा जाता है कि तीन पिंड्या मां वैष्णो देवी स्वर्ग से उतरकर धरती पर बस गईं थी। सैकड़ों आस्थावानों की भीड़ ने जब इस चमत्कार को अपनी आंखों से देखा तो वे हैरान रह गये। इन पिंडियों को लेकर मान्यता है कि अगर कोई नि:संतान स्त्री मां के दर्शन कर लेती है तो उसकी गोद भर जाती है। कहते हैं माता के इस मंदिर से आज तक एक भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटा। यहां जो भी भक्त आता है मां उसकी झोली जरूर भरती हैं।
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1976 में दिखा था चमत्कार
मां वैष्णो देवी मंदिर मथुरा के नरहौली गांव में स्थित है। स्थानीय लोग बताते हैं कि वैष्णो देवी का ये मन्दिर बेहद पुराना है। यहां माता आकाश मार्ग से आकर स्वयं विराजमान हुई हैं। यहां उनकी तीन पिंडिया खुद से स्थापित हुई हैं। लोगों के कहा, इस मंदिर में 1983 में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। यहां देवी मां के दर्शन मात्र से ही भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
रोज लगती है भक्तों की भीड़
स्थानीय लोगों की मानें तो इस मन्दिर में रोजाना भक्तों की भारी भीड़ लगती है। यहां अधिकतर लोग सन्तान की इच्छा रखकर आते हैं और माता वैष्णो देवी उन पर कृपा भी करती हैं। मंदिर के संरक्षकों का कहना है कि मां वैष्णु देवी का पहली बार आगमन शेर की सवारी पर हुआ था। उसके बाद तीन पिंडिया आसमान से उतरकर ज़मीन पर आईं। यह चमत्कार 17 फरवरी 1976 को हुआ था। लोगों की मानें तो मातारानी स्वयं कलश लेकर आई थीं।
हर मनोकामना पूरी करती हैं मां
दरअसल, मां वैष्णो देवी मंदिर में रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन अगर कोई भक्त रविवार के दिन माता के दर्शन कर ले तो माता उसे मनवांछित फल देती हैं। पौराणिक कथा के अनुसार, लगातार सात रविवार तक मां वैष्णो देवी के दर्शन करने से निःसंतान को संतान की प्राप्ति होती है। एक भक्त ने बताया कि देवी मां के दर्शन मात्र से ही उन्हें संतान की प्राप्ति हुई है। उसने कहा, मां ने मेरी कोख भर दी। सन्तान प्राप्ति के लिए हर दिन यहां भक्तों का तांता लगता है।
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