



अयोध्या। Ayodhya Ram Temple: उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी अयोध्या में रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में बने भव्य राम मन्दिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुए एक साल से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन यहां आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। वहीं स्नान पर्वों और त्योहारों पर भीड़ में और इजाफा हो रहा है। जैसे कि नवरात्रि, राम नवमी और दीवाली पर यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। वहीं, बीते एक महीने से यानी जब से प्रयागराज में महाकुंभ शुरू हुआ है, तब से अयोध्या में रिकार्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
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19 घंटे खुल रहा मंदिर
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों की मानें, तो बीते एक महीने से अधिक समय से अयोध्या में इतनी ज्यादा भीड़ आ रही है, जिसकी कल्पना भी ट्रस्ट ने कभी नहीं की थी। इस अप्रत्याशित भीड़ की वजह से रामलला की दिनचर्या पूरी तरह से बदल गई है। मन्दिर सुबह पांच बजे से लेकर रात 12 बजे तक यानी पूरे 19 घंटे मन्दिर खुला रहता है और रामलला भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। आलम ये है कि रामलला की आरती और भोग का समय भी घटा दिया गया है। ट्रस्ट की तरफ से जारी आंकड़ों पर गौर करें तो मकर संक्राति से लेकर महाशिवरात्रि तक लगभग सवा करोड़ श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किये। ट्रस्ट का कहना है कि राम के दरबार में रोजाना तीन से चार लाख श्रद्धालु माथा टेक रहे हैं।
आरती के समय भी दर्शन दे रहे रामलला
पुजारियों का कहना कि, भीड़ को देखते हुए रामलला की आरती और राग-भोग के दौरान भी मन्दिर को नहीं बंद किया जा रहा है। यहां सुबह चार बजे ही रामलला को जगा दिया जा रहा है और उन्हें तैयार करके उनकी मंगला और श्रृंगार आरती की जा रही है। इसके बाद सुबह पांच बजे श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोल दिया जा रहा है। इसके बाद दोपहर में आरती के दौरान भी लोग रामलला के दर्शन करते रहते हैं।
अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु के दर्शनों को उमड़ा अपार जनसागर
A vast sea of devotees gathered for the divine darshan of Prabhu at the Shri Ram Janmabhoomi Mandir in Ayodhya. pic.twitter.com/U8jaKwDtbZ
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) February 3, 2025
आरती के बाद महज पांच मिनट के लिए पर्दा गिराया जाता है और भगवान को भोग अर्पित किया जाता है। पुजारियों की मानें तो, भक्त रात दो बजे से ही दर्शन पथ पर जुटने लगते हैं। यही स्थिति संध्या आरती के दौरान भी होती है। यहां संध्या आरती के दौरान भी श्रद्धालु रामलला के दर्शन करते रहते हैं। ट्रस्ट के पदाधिकारियों का कहना है कि अयोध्या में अचानक से बड़ी इस भीड़ की वजह से रामलला ठीक से विश्राम भी नहीं कर पा रहे हैं। वे प्रतिदिन 18 से 19 घटें श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं।
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महाकुंभ की वजह से बढ़ी भीड़
बता दें कि, मौनी अमावस्या के दौरान प्रयागराज में काफी भीड़ उमड़ी थी और यहां आये अधिकांश लोग अयोध्या भी पहुंच रहे थे, जिससे अयोध्या में भी तिल रखने की जगह नहीं बच रही थी। ऐसे में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने आस-पड़ोस के श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वे 15 दिन बाद ही अयोध्या आएं। उन्होंने कहा था अयोध्या धाम की आबादी और आकार को देखते हुए इतनी अधिक संख्या में भक्तों को एक दिन में रामलला के दर्शन कराना बेहद कठिन है और इससे भक्तों को परेशानी हो रही है। साथ ही अनहोनी का भी डर है क्योंकि भक्तों को काफी ज्यादा पैदल चलाना पड़ रहा है, अतः निवेदन है कि पास पड़ोस के श्रद्धालु 15-20 दिन के बाद रामलला के दर्शन करने अयोध्या पधारें, ताकि दूर-दराज से आने वाले भक्त आसानी से रामलला के दर्शन कर सकें।
शिवमय हुई रामनगरी
इसी कड़ी में कल यानी महाशिवरात्रि को भी अयोध्या रामलला और शिव के भक्तों से पट गई थी। यहां घाट से लेकर मठ-मन्दिरों तक हर-हर महादेव, जय श्री राम और सीता राम के जयकारे लग रहे थे। महाशिवरात्रि पर अयोध्या आये श्रद्धालुओं ने सबसे पहले सरयू में डुबकी लगाई। इसके बाद शिवालयों पर पूजन-अर्चन किया और फिर रामलला के दर्शन करने गये। आमतौर पर रामधुन में लीन रहने वाली अयोध्या महाशिवरात्रि के दिन पूरी तरह से शिवमय नजर आई। प्रशासन के मुताबिक, कल करीब पांच लाख भक्तों ने शिवालयों पर जलाभिषेक और पूजन किया।
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