पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने बिहार एसटीईटी (Bihar STET) परिणाम घोषित कर दिया है। बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने सोमवार दोपहर इसकी घोषणा की। आनंद किशोर ने कहा कि माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की अर्हता परीक्षा की घोषणा कर दी गयी है। इसमें कुल 1,04,697 उम्मीदवारों ने पेपर 1 (कक्षा 9 और 10) पास किया, जिसमें 16 विषय शामिल थे। इस परीक्षा का सफलता प्रतिशत 73.77 रहा है। वहीं, पेपर 2 (कक्षा 11 और 12) के 29 विषयों को मिलाकर कुल एक लाख तीन हजार पचास अभ्यर्थी पास हुए हैं, जो परीक्षा का 64.44 प्रतिशत है। दोनों पेपर के 49 विषयों को मिलाकर कुल 70.25 प्रतिशत अभ्यर्थी पास हुए हैं। इस परीक्षा में सफल होने के साथ ही सभी अभ्यर्थी टीआरई 4 में शामिल होने के लिए पात्र हो गये हैं। अभ्यर्थी अपने नतीजे अधिकारिक बेवसाइट bsebstet2024.com/login. पर जाकर देख सकते हैं।
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शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए हुए पात्र
एसटीईटी पेपर-1 में तीन लाख 59 हजार 489 कैंडिडेट्स और पेपर-2 में दो लाख 37 हजार 442 कैंडिडेट्स को इस रिजल्ट का इंतजार था। सोमवार को बिहार बोर्ड ने परीक्षा के परिणाम डिक्लेयर कर दिए। सभी सफल अभ्यर्थी बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के चौथे चरण में प्रतिभाग कर सकते हैं।
एसटीईटी पास करने के फायदे
बिहार एसटीईटी एक क्वालीफाइंग एक्जाम है। इसके माध्यम से कैंडिडेट्स को राज्य में शिक्षक बनने का अवसर प्राप्त होता है। इस परीक्षा का आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा किया जाता है। एसटीईटी परीक्षा में सफल हुए कैंडिडेट्स को एसटीईटी पास सर्टिफिकेट मिलता है, जो जीवनभर वैध रहता है।
एसटीईटी परीक्षा की खासियत
इस परीक्षा का आयोजन 11 जून से 19 जून तक दो पालियों में किया गया था। ये एक कम्प्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) था। एसटीईटी परीक्षा में दो पेपर होते हैं।
पेपर-1: यह परीक्षा माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित होती है।
पेपर-2: यह परीक्षा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की भर्ती के लिए ली जाती है।
परीक्षा में सफल होने के लिए इतने अंकों की जरूरत
सामान्य वर्ग: 75 अंक (दूसरे राज्य के उम्मीदवार भी शामिल)
पिछड़ा वर्ग: 68.25 अंक
ईडब्लूएस: 63.75 अंक
ओबीसी: 60 अंक
एससी/एसटी: 60 अंक
महिला और दिव्यांग: 60 अंक
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