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National Workshop: शोध से बदलती है समाज की दशा और दिशा – डॉ. आर.एन

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  • साई कॉलेज की राष्ट्रीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने समाज के लिए शोध और अनुसंधान का किया आह्वान

अम्बिकापुर। National Workshop: शोध हमेशा नये परिवर्तन और समाज की दशा-दिशा बदलने के लिए होता है। इससे समाज के विकास में भागीदारी बढ़ती है। यह बातें मंगलवार को श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आईक्यूएसी एवं छत्तीसगढ़ सोशियोलॉजीकल एसोसिएशन के तत्वावधान में रिसर्च मेथडलॉली अंडरस्टैंड बेसिक कांसेप्ट ऑफ रिसर्च एंड इट्स मेथडलॉजी विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला के दौरान मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.एन. खरे ने कही।

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ग्लोबल इकोनॉमी एंड टेक्नालॉजी पर पड़ता है असर

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उन्होंने कहा कि शोध, अनुसंधान से ग्लोबल इकोनॉमी एंड टेक्नालॉजी लगातार प्रभावित होती है। डॉ. खरे ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से लिटरेचर रिव्यू, विषय का चयन, प्राथमिक डाटा, द्वितीयक डाटा, आंकड़े के विश्लेषण, सैम्पलिंग और तथ्यों प्रस्तुतिकरण के बारे में बताया। उन्होंने रिसर्च प्लान और टाइमलाइन के बारे में विशेष सावधानी रखने का आह्वान किया।

शोध का परिणाम है मानव विकास

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इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर किया गया। कार्यशाला का विषय प्रवर्तन करते हुए आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. आर.एन शर्मा ने कहा कि पाषाण काल से अब तक लगातार शोध, अनुसंधान होते रहे हैं। यह मानव विकास इसी शोध, अनुसंधान का परिणाम है। उन्होंने आह्वान किया कि इस कार्यशाला से आधारभूत शोध और अन्वेषण को गति मिलेगी। डॉ. शर्मा ने कहा कि विज्ञान, साहित्य, समाज के सभी विषयों में शोध आवश्यक है जो जीवन की आवश्यकता है।

अच्छे शोध के लिए मिलता है मार्गदर्शन

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अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यशाला में शोधार्थी सीखते हैं। उन्हें अच्छे शोध, अनुसंधान के लिए शोध की प्रत्येक स्थिति को जानना आवश्यक है। डॉ. श्रीवास्तव ने शोध डिजाइन, विषय चयन, टूल्स, सर्वे, शोध विधियों से अवगत कराया। महाविद्यालय शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुुमार इंगोले ने उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि शोधार्थियों को अच्छे शोध के लिए कार्यशाला में मार्गदर्शन मिल रहा है, यही इसकी सफलता है। उन्होंने कार्यशाला में शामिल सभी प्राध्यापक, शोधार्थियों को शुभकामना दी।

स्मृति चिह्न देकर किया सम्मानित

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कार्यशाला के दौरान ऑनलाइन मोड में राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. अनिल सिन्हा, रायपुर, बीरगांव स्थित शहीद नंद कुमार पटेल शासकीय महाविद्यालय की प्राचार्य एवं छत्तीसगढ़ सोशियोलॉजकल एसोसिएशन की अध्यक्ष प्रीति शर्मा, हैदराबाद स्थित एजुकेशन टेक्नालॉजी यूनिवर्सिटी की डॉ. उज्जवला सिंह ने शोध के सिद्धांत पर सारगर्भित व्याख्यान दिया। कार्यशाला के दौरान मुख्य अतिथि डॉ. आर.एन. खरे को शाल, श्रीफल और स्मृति चिह्न प्रदान का सम्मानित किया गया।

ऑनलाइन मोड में जुड़े विशेषज्ञ

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कार्यशाला का संचालन सहायक प्राध्यापक पल्लवी मुखर्जी और देवेन्द्र दास सोनवानी ने किया। अतिथियों को आभार डॉ. श्रीराम बघेल ने प्रकट किया। कार्यशाला के दौरान ऑनलाइन मोड में प्राध्यापक और विषय विशेषज्ञ जुड़े रहे। इस अवसर पर लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिनेश शाक्य, दीपक तिवारी, राहुल कुं डु, इंजीनियरिंग कॉलेज के सहायक प्राध्यापक रॉबिन थामस तथा सभी प्राध्यापक, शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

 

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