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Toughest Degrees: ये हैं दुनिया की सबसे टफ डिग्रियां, हासिल कर लेने पर बन जाती है जिन्दगी

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Psychology

Toughest Degrees: जब हम दुनिया की सबसे कठिन डिग्रियों की बात करते हैं, तो मेडिकल, गणित और भौतिकी से जुड़े कोर्स सबसे पहले सामने आते हैं, लेकिन इन कोर्स के अलावा भी कई और भी ऐसे कोर्स हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए दिन रात पसीना बहाना पड़ता है। आम तौर पर कोई डिग्री कितनी कठिन मानी जाएगी, यह दो बातों पर निर्भर करता है, जिनमें से पहली है कोर्स की डिमांड, यानी डिग्री पाने के लिए क्या-क्या अलग-अलग चीजें करनी होंगी। दूसरा है कंटेंट, यानी आप जो चीज पढ़ेंगे, वह कितनी कठिन है। इसी आधार पर स्टडी इंटरनेशनल ने दुनिया की ऐसी डिग्रियों के बारे में बताया है, जिन्हें हासिल करना कठिन माना गया है।

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बायोमेडिकल इंजीनियरिंग

Biomedical Engineering

बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग विधियों से कई चीजों का निर्माण किया जाता है, जो मनुष्य के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर बनाई जाती हैं। जैसे पेसमेकर, इंसुलिन पंप और 3डी प्रिंटेड ऑर्गन आदि। बायोमेडिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए बायोलॉजी, केमिस्ट्री, कंप्यूटर साइंस, फिजिक्स, मैथ्स और मेडिकल साइंस जैसे विषयों की पढ़ाई करनी होती है, जो अपने आप में बेहद टफ मानी जाती है।

लॉ (कानून)

lawyer

एलएलबी भी बेहद कठिन पढ़ाई मानी जाती है। इस कोर्स को करने के लिए छात्रों को संवैधानिक कानून से लेकर आपराधिक कानून तक के कई कानूनी नियमों को समझना पड़ता है। बहुत सारी धाराएं और अनुच्छेद याद करने पड़ते हैं। खासकर, तब जब आपको अंग्रेजी पढ़ने की आदत न हो या फिर अंग्रेजी कमजोर हो। वकील बनने के लिए बार परीक्षा पास करना भी अनिवार्य होता है।

आर्किटेक्चर

Architecture

आर्किटेक्चर का मतलब सिर्फ डिजाइन बनाना नहीं होता है। आर्किटेक्ट बनने के लिए छात्र को मैथ्स, जियोमेट्री, ट्रिग्नोमेट्री और अल्जेबरा की बेहतर नॉलेज होनी चाहिए ताकि वह इमारतों का सही माप तय कर सकें। आर्किटेक्चर के छात्रों को कई तरह के फॉर्मूले याद रखने पड़ते हैं। उन्हें कई देशों के लाइसेंस एग्जाम भी देने होते हैं।

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग

Architecture

इस कोर्स में आपको गणित के कई नियम सीखने होंगे। जैसे कि कैलकुलस, त्रिकोणमिति और बीजगणित। ये सभी एयरोस्पेस इंजीनियर बनने के लिए जरूरी हैं। ऐसे में अगर आप एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की डिग्री पाना चाहते हैं, तो गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान की नॉलेज होना जरूरी है। इस कोर्ट के कंटेंट बेहद कठिन माने जाते हैं।

डेंटिस्ट्री

Dentistry

डेंटिस्ट्री में मुंह की बीमारियों का इलाज किया जाता है। इसकी डिग्री हासिल करने के लिए भी छात्र को नीट की परीक्षा देनी होती है। डेंटिस्ट्री का कोर्स करने के दौरान छात्र को एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, मानव रोग, पैथोलॉजी और एपिडेमियोलॉजी जैसे विषयों का ज्ञान दिया जाता है।

चार्टेड अकाउंटेंस

Chartered Accountancy

लॉ की तरह ही चार्टर्ड अकाउंटेंसी की पढ़ाई करने वाले छात्रों को भी अतिरिक्त प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है। वैसे तो अकाउंटिंग की डिग्री तीन साल में मिल जाती है, लेकिन कुछ छात्रों को इसमें अधिक समय लगाना पड़ता है। इस दौरान उन्हें कई तरह के मॉड्यूल पढ़ने पड़ते हैं। हालांकि, डिग्री  हासिल करने के बाद छात्रों को बिना समय गवाएं मोटी सैलरी वाली जॉब मिल जाती है।

नर्सिंग

Nursing

नर्सिंग की डिग्री हासिल करने के लिए आपको नर्सिंग के व्यावहारिक कौशल और ज्ञान दोनों को सीखना होगा। नर्सिंग का कोर्स करने वाले छात्र को  बायोसाइंस की बेसिक जानकारी होनी चाहिए। इस कोर्स का सबसे मुश्किल पार्ट होता है मरीजों के साथ अच्छा बर्ताव करना और उनकी बातों को धैर्य से सुनना।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

Artificial Intelligence

चैटजीपीटी जैसे चैटबॉट के आने के साथ ही तमाम विश्वविद्यालयों में इसके कोर्स भी शुरू हो गये हैं। इस कोर्स में छात्र को एआई सिस्टम को डिज़ाइन करना, विकसित करना और उपयोग करना सिखाया जाता है। इसके लिए छात्र को तंत्रिका विज्ञान, संज्ञानात्मक विज्ञान, भाषा विज्ञान और गणित का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।

मेडिकल कोर्स

डॉक्टर बनने के लिए आपको एमबीबीएस की पढ़ाई करनी होगी और एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए आपको नीट का एक्जाम क्लियर करना होगा। इसके अलावा छात्र रेजीडेंसी प्रोग्राम का भी हिस्सा बनते हैं, जहां उन्हें विशेषज्ञता दी जाती है। इन कोर्स में छात्रों को क्लीनिकल ट्रेनिंग लेनी होती है और शरीर के विभिन्न आंतरिक अंगों के नाम याद रखने होते हैं। साथ ही किस बीमारी में कौन सी दवा काम करेगी ये भी याद रखना होता है।

साइकोलॉजी

Psychology

अगर आपको लगता है कि आप में मानव मस्तिष्क पढ़ने की क्षमता है, तो आप साइक्लोजी का पढ़ाई कर सकते हैं। यह डिग्री आपको मनोविज्ञान के वैज्ञानिक और सामाजिक दोनों पहलुओं में कुशल बनाएगी। इसमें जीवविज्ञान और विकास, सामाजिक नृविज्ञान, राजनीति, दर्शन और समाजशास्त्र शामिल हैं। साइकोलोजी की डिग्री लेने के बाद आप एक अच्छे मनोचिकित्सक बन सकते हैं।

 

 

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