



अमरोहा। Sambhal Violence: जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संभल जाने की सूचना पर पुलिस ने हाईवे पर नाकाबंदी कर दी है और दिल्ली से आने वाले वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है। हसनपुर एसडीएम सुनीता सिंह, सीओ श्वेताभ भास्कर और इंस्पेक्टर सुधीर कुमार के नेतृत्व में थाना पुलिस ने ब्रजघाट पुलिस चौकी के सामने बैरियर लगाकर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद स्थानीय खुफिया एजेंसी भी घटना पर लगातार नजर रख रही है। हिंसा के बाद संभल में हालात तनावपूर्ण लेकिन शांतिपूर्ण हैं। वहीं पुलिस प्रशासन हालात कर करीब से नजर बनाये हैं।
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दुर्भाग्यपूर्ण है संभल हिंसा
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, संभल हिंसा, यूपी सरकार का पक्षपातपूर्ण और जल्दबाजी वाला रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं, जिन्होंने हिंसा में अपने प्रियजनों को खोया है, सरकार ने सभी पक्षों से परामर्श किए बिना जो कदम उठाया, उससे स्थिति बिगड़ गई और कई लोगों की मौत हो गई, जिसके लिए सीधे तौर पर भाजपा सरकार जिम्मेदार है।
सद्भाव बिगाड़ती है बीजेपी
यह सरकार देश के हित में काम नहीं कर रही है बल्कि ये हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच विभाजन और भेदभाव पैदा करने का काम कर रही है। राहुल ने आगे कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में हस्तक्षेप करने और जल्द से जल्द न्याय देने की अपील करता हूं। उन्होंने कहा, “मेरी अपील शांति और आपसी सद्भाव बनाए रखने की है। हम सभी को यह सुनिश्चित करने के लिए एक साथ आना चाहिए कि भारत एकता और संविधान का रास्ता अपनाए, न कि साम्यवाद और नफरत का।”
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अखिलेश यादव ने भी उठाए सवाल
इधर दिल्ली में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल में हुई हिंसा पर सवाल उठाए। सपा प्रमुख ने कहा कि जामा मस्जिद का दोबारा से सर्वे क्यों किया गया? उन्होंने कहा कि मैं भी संभल जाऊंगा, मुझे संभल जाने से रोका जा रहा है, मैं वहां जाकर वहां का हाल जानना चाहता हूं।
सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई… pic.twitter.com/9Fj30K4aLm
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 24, 2024
संविधान का सम्मान नहीं करती बीजेपी
अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में न्याय नहीं मिल रहा है, हम संविधान का सम्मान करते हैं, हम संविधान का जश्न कैसे मनाते हैं? उत्सव कोई ढोंग नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी संविधान को नहीं मानती, यूपी में वोट की लूट मची है। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल संभल नहीं जायेगा, वहां तीन दिन तक किसी के भी जाने के इजाजत नहीं है। डीजीपी ने तीन दिन तक जिले में बाहरी लोगों के प्रवेश अपर रोक लगाई है।
गम के माहौल में कैसे मना सकते हैं उत्सव
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, ”सभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएं, असली जश्न तभी संभव है जब हर कोई संविधान के रास्ते पर चले। संविधान के रास्ते पर चलकर ही सच्चा उत्सव मनाया जा सकता है। हम सभी सच्चे समाजवादी संविधानवादी हैं।” उन्होंने कहा, हम वो समाजवादी नहीं जो संविधान को कोरा कागज समझते हो…और संविधान का उत्सव उस समय मनाना जब संभल में कई जानें चली गई हों, गम के माहौल में कैसे उत्सव मनाया जा सकता है और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। संभल में जी हिंसा हुई उसके लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। भाजपा कभी भी संविधान से नहीं चलती है।
राम गोपाल बोले- ‘संभल में गलत कर रही सरकार’
संभल घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि अगर किसी को न्याय नहीं मिलेगा तो वह क्या करेंगे? अगर किसी व्यक्ति को न्याय नहीं मिलेगा तो वह कुछ न कुछ करेगा ही…संभल में सरकार जो भी कर रही है वह पूरी तरह से गलत है। सरकार ने जानबूझ कर वहां अशांति फैलायी। अगर प्रशासन इजाजत देगा तो हमारा प्रतिनिधिमंडल वहां जाएगा, हम संभल का मुद्दा संसद में उठाएंगे, ये हमारी प्राथमिकता है और हम इसे नहीं छोड़ेंगे।’
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