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Language Dispute In Tamil: हिंदी को लेकर DMK-BJP में ठनी,1965 जैसे आन्दोलन की धमकी

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Language Dispute In Tamil:

चेन्नई। Language Dispute In Tamil: तमिल में भाषा और फंड को लेकर डीएमके और भाजपा आमने सामने आ गये हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमिल सरकार पर आरोप लगाया कि, वे तमिल में प्रोफेशनल कोर्स नहीं पढ़ा रहे हैं। इस पर टीचर्स ने कहा कि ये झूठ है। उन्होंने चेतावनी दी कि, अगर हिंदी पोस्टर बनाने की कोशिश की गई, तो वे 1965 के आंदोलन की तरह विरोध करेंगे।

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DMK ने की एकजुटता की अपील

Language Dispute In Tamil:

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने दक्षिण भारत से एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भाषा और मानचित्रण के आधार पर होने वाले परिसीमन के खिलाफ हमें एकजुट करना होगा। स्टालिन ने कुरान और कन्नड़ भाषी लोगों को उगादी की बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, जबरन हिंदी थोपने और परिसीमन जैसे खतरों को देखते हुए दक्षिण भारत को एकजुट होना होगा। हमें अपने अधिकार और पहचान को खतरे में डालने वाली हर कोशिश को नाकाम करना होगा। यह उगादी हम लोगों में प्रतिरोध और एकता की भावना जगाए।

लंबे समय से चल रहा विवाद

बता दें कि, इन मुद्दों को लेकर डीएमके और केंद्र सरकार के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। डीएमके फरवरी से ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति के त्रिभाषा फॉर्मूले का विरोध कर रही है। उनका कहना है कि यह तमिलनाडु में हिंदी थोपने का एक तरीका है। तमिलनाडु में 1968 से दो भाषा फॉर्मूला (अंग्रेजी और तमिल) चलन में है।

बैठक में पास हुआ प्रस्ताव 

22 मार्च को स्टालिन ने तीन अन्य मुख्यमंत्रियों और सात अन्य राज्यों के नेताओं के साथ बैठक की थी। इसमें एक प्रस्ताव पारित किया गया था। प्रस्ताव में केंद्र सरकार से निष्पक्ष परिसीमन करने को कहा गया था। उनका कहना है कि जो राज्य अच्छा काम कर रहे हैं और जनसंख्या को नियंत्रित कर चुके हैं, उन्हें दंडित नहीं किया जाना चाहिए।

बीजेपी का आरोप- तमिल विरोधी है डीएमके

अमित शाह ने एक्स पर एक इंटरव्यू शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि, डीएमके सरकार तमिल विरोधी है क्योंकि उसने तमिल में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू नहीं की है। डीएमके ने जवाब दिया कि यह झूठ है। उन्होंने कहा कि 2010 से चेन्नई के अन्ना विश्वविद्यालय में सिविल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम तमिल में चलाए जा रहे हैं।  डीएमके ने ट्विटर पर लिखा, “झूठ, झूठ, झूठ – भाजपा के पास बस यही है! आइए तथ्यों के साथ इस बकवास का पर्दाफाश करें।”

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तमिल में हो रहा किताबों का अनुवाद

पिछले साल यानी 2024 के जनवरी महीने में तमिलनाडु पाठ्यपुस्तक और शैक्षिक सेवा निगम (TNTBESC) ने पहली बार कुछ महत्वपूर्ण चिकित्सा पुस्तकों का तमिल में अनुवाद किया। इनमें ‘ग्रेज़ एनाटॉमी फॉर स्टूडेंट्स’ और ‘गाइटन एंड हॉल टेक्स्टबुक ऑफ़ मेडिकल फिजियोलॉजी’ जैसी किताबें शामिल हैं। DMK ने कहा कि 50 मेडिकल पेशेवरों की एक टीम MBBS छात्रों के लिए 13 ऐसी तमिल किताबें तैयार कर रही है।

भाजपा पर पहचान नष्ट करने का आरोप

DMK ने आगे कहा, भाजपा तमिल पहचान को नष्ट करना चाहती है, इसीलिए मृत भाषा संस्कृत को सैकड़ों करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं, लेकिन तमिल को केंद्र सरकार से बहुत कम धन मिल रहा है। लोग समझदार हो गए हैं। वे भाजपा के बेशर्म झूठ को समझते हैं। उनकी तमिल विरोधी बातें अब और नहीं चलेंगी। स्टालिन ने मनरेगा के तहत लंबित फंड को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला किया।

डीएमके ने लगाया राजनीतिक उत्पीड़न का आरोप

उन्होंने एक्स पर लिखा कि मनरेगा के लाभार्थी, जो पहले से ही धन की कमी का सामना कर रहे हैं और हमारी केएमयूटी नकद हस्तांतरण योजना से लाभान्वित होने वाले गरीब लोग सबसे अधिक प्रभावित होंगे। शनिवार को डीएमके ने भी केंद्र सरकार से मनरेगा योजना के तहत राज्य को मिलने वाले 4,034 करोड़ रुपये जारी करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। स्टालिन ने फंड रोके जाने को ‘राजनीतिक उत्पीड़न’ बताया।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बोले…

Language Dispute In Tamil:

इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले चार वर्षों में तमिलनाडु को मनरेगा योजना के तहत केंद्र सरकार से 39,339 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक उच्च आवंटन मिला है। अन्नामलाई ने कहा, “थिरु @mkstalin, चूंकि अब आप योजना के कार्यान्वयन में अनियमितताओं के जाल में फंस गए हैं, तो क्या आप तमिलनाडु में इस योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच के लिए सीबीआई को अनुमति देंगे?” तमिलनाडु भाजपा के उपाध्यक्ष के एस नरेंद्रन ने कहा, डीएमके केंद्र सरकार के खिलाफ जाकर राज्य के अन्य मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए परिसीमन और भाषा नीति जैसे मुद्दों का इस्तेमाल कर रही है।

 

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