



नई दिल्ली। Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 25 नवंबर से शुरू हुआ। दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र में पांच नए बिल पेश किए जाने हैं। इसके अलावा वक्फ (संशोधन) समेत 11 अन्य विधेयकों को चर्चा होनी है। सरकार इन सभी विधेयकों को इसी संसद में पारित कराने के प्रयास में है। वहीं विपक्ष कुछ मुद्दों को लेकर बेहद आक्रामक नजर आ रहा है। नतीजा ये रहा कि संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन हंगामे की भेट चढ़ गया। आने वाले दिनों में ये सत्र कितना हंगामेदार हो सकता है इसकी बानगी आज पहले ही दिन देखने को मिल गई। अडाणी और संभल में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने सदन में जोरदार हंगामा किया। इसकी वजह से सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही अब बुधवार यानी 27 नवंबर से शुरू होगी।
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स्थगित हुई सदन की कार्यवाही
वहीं, संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले रविवार 24 नवंबर को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान कांग्रेस ने मांग की कि अडानी समूह के रिश्वत मामले और मणिपुर हिंसा मामले को सदन में उठाए जाये। विपक्षी दल सरकार से दोनों ही मुद्दों पर सरकार से जवाब चाहते हैं। आपको बता दें कि आज किन -किन मुद्दों को लेकर सदन में हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। वहीं किन मुद्दों आने वाले दिनों में हंगामा हो सकता है।
इन मुद्दों पर चर्चा चाहता है विपक्ष
अडाणी रिश्वतकांड और संभल हिंसा
अडाणी रिश्वतकांड और संभल हिंसा को लेकर पूरा विपक्ष एकजुट है और वह सदन में इस पर चर्चा करना चाहता है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार अडाणी को बचाने की कोशिश कर रही है। शीतकालीन सत्र के पहले दिन के शुरूआती घंटों में इसी मुद्दे को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। इसे लेकर 12 बजे तक के लिया सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। 12 बजे के बाद जब सदन दोबारा से शुरू हुआ तो कांग्रेस और सपा ने संभल मुद्दे पर चर्चा करने की मांग शुरू कर दी। इस मुद्दे पर दोनों पार्टियों के सांसद नारेबाजी करने लगे। हंगामे की वजह से संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गईं। ऐसे में इस मुद्दे को लेकर सदन में आगे भी जोरदार हंगामा देखने को मिल सकता है।
बढ़ता प्रदूषण
विपक्ष दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण और इसके समाधान को लेकर भी सदन में चर्चा चाहता है। दरअसल, विपक्ष जानना चाहता है कि सरकार ने वायु प्रदूषण रोकने के लिए क्या-क्या उपाय किये।
मणिपुर हिंसा
मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई है। वहां के हालात बहुत खराब हैं। इस मुद्दे पर विपक्षी दल शुरू से ही प्रधानमंत्री पर हमलावार हैं। विपक्ष इस पर सदन में चर्चा चाहता है। ऐसे में इस मुद्दे को लेकर भी सदन में हंगामा मच सकता है।
वक्फ बिल
विपक्ष के उक्त मुद्दों से इतर कुछ ऐसे बिल भी हैं जो इस सत्र में रखे जाएंगे और जिन पर काफी हंगामा होने के भी आसार हैं। इसमें सबसे पहला विधेयक वक्फ संशोधन से जुड़ा है। इस पर जेपीसी में भी लगातार हंगामा हो रहा है। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना है कि सदन में चर्चा के दौरान भी इस मुद्दे पर जबर्दस्त हंगामा हो सकता है।
ट्रेन हादसों पर
देश में पिछले एक साल में कई ट्रेन हादसे हुए हैं। ऐसे में विपक्ष इस पर भी संसद में चर्चा करना चाहता है। वह सरकार द्वारा ट्रेन हादसों को रोकने को लेकर किये गये उपायों को जानना चाहता है।
एक देश एक चुनाव पर
संसद के इस सत्र में एक देश-एक चुनाव से जुड़े विधेयक पर भी चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि अगर यह विधेयक सदन में पेश किया गया तो विपक्षी दल इसे लेकर हंगामा कर सकता है
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