भोपाल। Raid: लोकायुक्त पुलिस द्वारा भोपाल के एक पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा और उनके साथी चंदन सिंह गौर के घर पर छापेमारी की गई, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी में मेंडोरी गांव के पास एक गाड़ी में 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये नगद मिले। ये संपति सौरभ शर्मा और चन्दन गौर की होने की आशंका है। दरअसल, इन दोनों के खिलाफ पहले से ही आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा था। गुरुवार को छापेमारी में शर्मा के घर से 2.5 करोड़ रुपये की नकदी, गहने और संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद हुए। शर्मा ने एक साल पहले स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले लिया था। वह वर्तमान में रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं।
इसे भी पढ़ें- ED Raid: राज कुंद्रा से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने यूपी में कई जगहों पर डाली रेड
लोकायुक्त ने डाली रेड
लोकायुक्त विशेष पुलिस बल (एसपीई) ने गुरुवार को सौरभ शर्मा और चंदन सिंह गौर के घरों की तलाशी ली। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार और अवैध भूमि उपयोग की शिकायतों के बाद की गई। शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित घर से 2.5 लाख रुपये कैश बरामद हुआ है। साथ ही सोने-चांदी के आभूषण और संपत्ति के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। इन संपत्तियों की कुल कीमत 3 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई है। शर्मा के अलावा चन्दन गौर के घर से भी अहम दस्तावेज और सामग्रियां जब्त की गईं हैं।
लावारिस गाड़ी में मिला सोना और नकदी
इस मामले में सबसे बड़ा चौंकाने वाला खुलासा मेंडोरी गांव के पास एक लावारिस गाड़ी से हुआ। इस गाड़ी में 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये नकद मिले हैं। लोकायुक्त अधिकारियों को संदेह है कि सोना और नकदी शर्मा और गौर की अवैध आय का हिस्सा हो सकते हैं। एडीजी लोकायुक्त जयदीप प्रसाद ने माना कि जांच जारी है और पूर्व आरटीओ पुलिस अधिकारी सौरभ शर्मा के बारे में और भी खुलासे हो सकते हैं। एक साल पहले उन्होंने परिवहन विभाग से रिटायरमेंट ले लिया था। वह वर्तमान में रियल एस्टेट व्यवसाय में काम कर रहे हैं। छापेमारी से यह भी पता चला कि शर्मा ने कई संपत्तियों, होटलों और स्कूलों में निवेश किया है। यह संपत्ति भोपाल समेत कई इलाकों में फैली हुई है। शर्मा ग्वालियर के रहने वाले हैं।
अनुकंपा पर मिली थी नौकरी
सौरभ शर्मा को उनके पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर परिवहन विभाग में नौकरी मिली थी। उनकी 12 साल की सेवा के दौरान उनकी जीवनशैली और संपति में तेजी से बदलाव आया, जिससे लोगों को उनके ऊपर संदेह होने लगा। आरक्षित भूमि पर एक स्कूल के निर्माण को लेकर अधिकारियों के साथ झड़प और शिकायतों के बाद शर्मा ने समय से पहले सेवानिवृत्ति ले ली और रियल स्टेट के कारोबार से जुड़ गये।
हैरान करने वाली करोड़ पति बनने की कहानी
शर्मा और गौर दोनों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। वह एक साधारण आरटीओ पुलिसकर्मी से करोड़ों डॉलर की संपत्ति का मालिक कैसे बना, इसकी कहानी लोगों को हैरान कर देने वाली है। ऐसे में अब ये देखने वाला होगा कि जांच के नतीजे क्या आएंगे। क्या शर्मा और गौर के पास वाकई में इतनी बड़ी रकम और सोना है? ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा। लोकायुक्त टीम फिलहाल मामले की विस्तृत जांच कर रही है। इस घटना ने लोगों को चौंका दिया। एक छोटे से पद से कोई इतनी बड़ी संपत्ति कैसे बना सकता है, यह सवाल अब सबके मन में है।
इसे भी पढ़ें- Sambhal Violence: सपा सांसद ने उकसाया भीड़ को, पुलिस कर्मियों को मारने का था प्लान