पारिजात तुम फिर आना
डॉ. अजय कुमार तिवारी Parijat: पारिजात जब तुम आते हो तो मानसून की विदाई हो रही होती है। बारिश की बूंदे तुम्हारा स्वागत करके लौट चुकी होती हैं। तुम्हारे आने से पहले पितृपक्ष रहता है जो पितरों तर्पण के लिये है। शक्ति की भक्ति से सरोबार नवरात्र में जब तुम्हारा आगमन होता है, तो फूलों … Read more