



अमेरिका। इस बार क्वाड शिखर सम्मेलन (Quad Summit) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के गृहनगर डेलावेयर के आयोजित किया गया। इस सम्मलेन में भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान के राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लिया। सम्मेलन में इन सभी नेताओं ने दुनिया भर में बढ़ रहे आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद और युद्ध पर चिंता जताई। सभी ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की और इसके खत्म पर सहमति जताई।
इसे भी पढ़ें- यूरोप में तबाही मचा रहा कोरोना का नया वेरियंट, जानें कितना खतरनाक है, क्या भारत को भी…
दक्षिण चीन सागर की स्थिति पर जताई चिंता
क्वाड नेताओं ने ‘मुंबई-पठानकोट में 26/11 के हमलों सहित अन्य आतंकवादी हमलों की निंदा की। साथ ही पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति पर भी चिंता जाहिर की। सम्मेलन के बाद आतंकवाद और उग्रवाद को लेकर सभी क्वाड नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा, “हम आतंकवाद और उग्रवाद की सभी रूपों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। इसमें सीमा पार आतंकवाद भी शामिल है। नेताओं ने कहा, हम ऐसे आतंकवादी हमलों से जुड़े अपराधियों के खिलाफ एक साथ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। क्वाड नेताओं ने कहा, हम मुंबई और पठानकोट में हुए आतंकी हमलों सहित अन्य आतंकवादी घटनाओं की निंदा करते हैं। हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा उचित रूप से नामित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।
खतरनाक युद्धाभ्यासों की निंदा की
इसके अलावा क्वाड नेताओं ने पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति पर भी चिंता जाहिर की और कहा,”हम पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर चिंतित हैं, हम विवादित विशेषताओं के सैन्यीकरण और दक्षिण चीन सागर में बलपूर्वक और डराने-धमकाने वाले युद्धाभ्यासों को लेकर भी चिंतित हैं, हम खतरनाक युद्धाभ्यासों के बढ़ते इस्तेमाल सहित तट रक्षक और समुद्री मिलिशिया जहाजों के खतरनाक उपयोग को लेकर चिंतिति और इसकी कड़े शब्दों के आलोचना करते हैं। नेताओं ने कहा, हम अन्य देशों की अपतटीय संसाधन दोहन गतिविधियों में बाधा डालने की कोशिशों का भी समर्थन नहीं करते हैं।
विवादों को अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार हल करने पर बनी सहमति
नेताओं ने कहा, हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि समुद्री विवादों को शांतिपूर्वक और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार हल किया जाना चाहिए, जैसा कि UNCLOS में परिलक्षित होता है।” इसके साथ ही क्वाड नेताओं ने यूक्रेन और रूस के बीच बीते दो सालों से अधिक समय से चल रहे युद्ध और उसमें हुई मानवीय क्षति पर भी चिंता जताई। क्वाड नेताओं ने कहा- हम में से प्रत्येक ने युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन का दौरा किया है और वहां हुई तबाही को अपनी आंखों से देखा है। हम सभी अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुरूप एक व्यापक, न्यायसंगत और स्थायी शांति की आवश्यकता को दोहराते हैं।”
इसे भी पढ़ें- Israel-Hezbollah War: इजराइल ने लेबनान में मचाई तबाही, बौखलाया हिजबुल्लाह, कहा- ‘होगी जवाबी कार्रवाई’