Gold-Silver Price: फेस्टिवल सीजन शुरू हो चुका है। धनतेरस में अब महज चंद दिन ही बचे हैं। इस दिन बहुत से लोग बर्तन खरीदते हैं तो बहुत से लोग सोना-चांदी खरीदते हैं, लेकिन इस बार सोने-चांदी के रेट आसमान छू रहे हैं। मौजूदा समय में सोने की कीमत 81 हजार रूपये प्रति ग्राम हैं, तो वहीं चांदी एक लाख रूपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। वहीं बात करें 22 कैरेट सोने की तो ये भी 74 हजार 500 रूपये प्रति 10 ग्राम के हिसाब से बिक रहा है।
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त्योहारी सीजन में सोने-चांदी की दुकानों पर उमड़ती है भीड़
बता दें कि सोने-चांदी की कीमतों में हर दिन उछाल आ रहा है। ये धीर-धीरे आम आदमी की पहुंच से दूर जा रही हैं। जयपुर के गहने दुनियाभर में पसंद किये जाते हैं। त्योहारी सीजन में यहां सबसे ज्यादा खरीदारी होती है। यहां छोटे से छोटे ज्वैलर्स की दुकान पर भी भारी भीड़ उमड़ती है। धनतेरस और दीवाली के मौके पर खूब सोना-चांदी खरीदा जाता है। यहां का चारदीवारी बाजार सबसे खास है। यहां के लोग सालों से सोने-चांदी का व्यापार करते आ रहे हैं।
महंगाई की वजह से कम हुई खरीदारी
चारदिवारी में लंबे समय से व्यापार कर रहे व्यापारियों का कहना है कि देश भर में सोने चांदी की कीमतें इन्टरनेशनल मार्केट पर निर्भर रहती हैं। अगर वैश्विक बाजार में सोना चांदी सस्ता होता है तो यहां भी इसकी कीमतों में गिरावट आती है। वहीं अगर वहां सोने-चांदी के दाम चढ़ते हैं तो यहां भी उनके दामों में उछाल आता है। इस बार त्योहारी सीजन और शादियों के सीजन से पहले ही सोने-चांदी की कीमतों में काफी उछाल आया है, जिसका असर बिक्री पर पड़ा है। सर्राफा व्यापारियों की मानें तो धनतेरस तक सोने-चांदी के भाव में ज्यादा अंतर नहीं आएगा। संभावना है कि इसके दाम बढ़ेंगे ही। सोना महंगा होने के चलते अब लोग दीपावली पर चांदी अधिक खरीदते हैं, जिनमें लक्ष्मी गणेश की मूर्ति, बर्तन, सिक्के आदि शामिल रहते हैं, लेकिन इस बार सोने से ज्यादा चांदी महंगी हुई है।
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ये हैं हॉलमार्क आइडेंटिफिकेशन नंबर
आज मिलावट का जमाना है। ऐसे में हर चीज सावधानी के साथ सोच विचार कर खरीदनी चाहिए। वहीं बात अगर सोने-चांदी जैसी कीमती चीजों की हो तो और ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। सोना-चांदी हमेशा ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) हॉलमार्क वाला ही खरीदना चाहिए। हालांकि बीते अप्रैल माह से लागू नियम के मुताबिक अब 6 डिजिट वाले अल्फान्यूमेरिक हॉलमार्क के बिना सोने की बिक्री नहीं की जा सकती है। ऐसा नहीं करना गैर कानूनी माना जायेगा। इस नये नियम के मुताबिक जैसे आधार कार्ड पर 12 डिजिट का कोड अंकित होता है, वैसे ही सोने पर भी 6 डिजिट का हॉलमार्क कोड होगा। इसे हॉलमार्क यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर यानी HUID कहते हैं।
इतने कैरेट वाले सोने से बनती है ज्वैलरी
सोने की चीजों पर ये अल्फान्यूमेरिक नबंर कुछ इस तरह से अंकित हो सकता है जैसे AZ4524, हॉलमार्किंग के जरिए ये पता करना आसान हो जाता है कि सोना कितने कैरेट का है और कितना शुद्ध है। आपको बता दें कि सोने का भाव 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट के हिसाब से अलग-अलग होता है। 24 कैरेट वाले सोने को सबसे शुद्ध माना जाता है, लेकिन इससे ज्वेलरी नहीं बनाई जा सकती है क्योंकि वो बेहद मुलायम होता है। आमतौर पर 22 कैरेट वाले या इससे कम कैरेट वाले सोने से ज्वैलरी बनाई जाती है।
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