Home » Uncategorized » Uttar Pradesh: बनना चाहते हैं DSP या जेलर, तो पास करनी होगी ये परीक्षा

Uttar Pradesh: बनना चाहते हैं DSP या जेलर, तो पास करनी होगी ये परीक्षा

News Portal Development Companies In India

Uttar Pradesh: क्या आप जानते हैं कि यूपी में डीएसपी या डिप्टी जेलर बनने के इच्छुक उम्मीदवारों को कौन सी परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी? यदि नहीं, तो आप इस लेख में इस पोस्ट के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी। डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) या डिप्टी जेलर बनने के लिए केवल लिखित परीक्षा ही नहीं पास करनी होती है बल्कि फिजिकल भी पास करना होता है।

इसे भी पढ़ें- Aviation Sector के ये जॉब प्रोफाइल भी दिलाते हैं हाई सैलरी, फ्यूचर भी होता है सुरक्षित

फिटनेस टेस्ट भी देना पड़ता है

यूपी में इस नौकरी के लिए इच्छुक उम्मीदवारों को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित पीसीएस परीक्षा में शामिल होना होगा। डीएसपी या डिप्टी जेलर बनने के लिए उम्मीदवार की शारीरिक फिटनेस का निर्धारण करना भी आवश्यक है।

ये है योग्यता 

डीएसपी बनने के लिए सामान्य, ओबीसी और एससी वर्ग के उम्मीदवारों की लंबाई 165 सेमी होनी चाहिए, जबकि एसटी के लिए ऊंचाई 160 सेमी है। इसी तरह सामान्य, ओबीसी और एससी वर्ग के लिए महिला उम्मीदवारों की ऊंचाई 152 सेमी होनी चाहिए जबकि एसटी वर्ग के लिए महिला उम्मीदवारों की ऊंचाई 147 सेमी निर्धारित है। इसके अलावा सभी वर्ग की महिलाओं का वजन 40 किलोग्राम से कम नहीं होना चाहिए।

डीएसपी पद की छाती की चौड़ाई भी तय है। सामान्य, ओबीसी और एससी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए यह बिना बढ़ाए 84 सेमी और बढ़ाए जाने के बाद 89 सेमी होनी चाहिए। वहीं, एसटी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए लंबाई बिना फुलाए 79 सेमी और फुलाने के बाद 84 सेमी है। महिला उम्मीदवारों को इससे बाहर रखा गया है।

कैसे बनते हैं जेल सुपरिंटेंडेंट

जेल सुपरिंटेंडेंट पद के लिए उम्मीदवार की ऊंचाई 168 सेमी, छाती की चौड़ाई – बिना फुलाए 81.3 सेमी और फुलाने के बाद 86.3 सेमी होनी चाहिए। डिप्टी जेल वार्डन पद के लिए उम्मीदवार की ऊंचाई 168 सेमी निर्धारित की गई है। एसटी और एससी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए यह मानक 160 सेमी है। महिलाओं की ऊंचाई 152 सेमी और एसटी वर्ग की महिलाओं के लिए – 147 सेमी होनी चाहिए। सभी श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए छाती का आकार 81.3 सेमी निर्धारित किया गया है।

उम्मीदवारों का चयन सिविल सेवा आयोग परीक्षा के आधार पर किया जाता है, जो एक राज्य स्तरीय परीक्षा है। परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, वे  फिटनेस की परीक्षा में भाग लेते हैं। परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उनका मेडिकल परीक्षण और साक्षात्कार होता है।

इसे भी पढ़ें- Bank Jobs: बैंक ऑफ़ बड़ौदा में निकली बंपर भर्ती, इस लिंक से करें अप्लाई

Leave a Comment

Modi 3.0 के पहले आम बजट से मिडिल क्लास को मिलेगी राहत?