Durga Visarjan Date: शारदीय नवरात्रि का त्योहार पूरे देश में 9 दिनों तक बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना कर मां दुर्गा का आह्वान किया जाता है। मान्यता है कि देवी मां की पूजा करने से सभी प्रकार की परेशानियां और नकारात्मकता दूर हो जाती है। विजयादशमी के दिन मां दुर्गा की मूर्ति को पानी में विसर्जित कर दिया जाता है और मां को विदाई दी जाती है। इस वर्ष, शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। यहां जानें दुर्गा विसर्जन की तिथि और विधि।
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दुर्गा विसर्जन डेट
इस साल मां दुर्गा का विसर्जन 12 अक्टूबर को किया जायेगा। जिस तरह से नवरात्रि के शुभारंभ में घट स्थापना के मुहूर्त देखा जाता है। उसी तरह से दुर्गा विसर्जन भी शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए।
ये है शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि यानी 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 13 अक्टूबर 2024 को सुबह 09 बजकर 08 मिनट तक रहेगी। ऐसे में इसी शुभ मुहूर्त में दुर्गा विसर्जन किया जाएगा।
- दुर्गा विसर्जन मुहूर्त – दोपहर 01.17 – दोपहर 03.35 (12 अक्टूबर)
- श्रवण नक्षत्र प्रारम्भ – 12 अक्टूबर 2024, सुबह 05:25
- श्रवण नक्षत्र समाप्त – 13 अक्टूबर 2024, सुबह 04:27
ज्योतिषाचार्य की मानें तो श्रवण नक्षत्र और दशमी तिथि दोनों एक साथ अपराह्न के समय होते हैं। ऐसे में दुर्गा विसर्जन के लिए अपराह्न काल को प्रातःकाल से अधिक शुभ माना जाता है।
दुर्गा विसर्जन का महत्व
विसर्जन का अर्थ है संपूर्णता, जीवन की संपूर्णता, आध्यात्मिक ज्ञान या प्रकृति। सनातन धर्म के अनुसार जब कोई चीज सिद्ध हो जाए तो उसका विसर्जन कर देना चाहिए या दूसरे शब्दों में कहें तो विसर्जन अनिवार्य है।
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