Home » राजनीति » बस मार्शल्स को लेकर दिल्ली में हाई वोल्टेज ड्रामा, सौरभ भारद्वाज ने पकड़े BJP विधायक के पैर

बस मार्शल्स को लेकर दिल्ली में हाई वोल्टेज ड्रामा, सौरभ भारद्वाज ने पकड़े BJP विधायक के पैर

News Portal Development Companies In India
AAP SAURABH BHARDWAJ

नई दिल्ली।  बस मार्शल्स (Bus Marshals) बहाली के मुद्दे पर शनिवार को दिल्ली में जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, आम आदमी पार्टी और बीजेपी विधायकों के साथ बस मार्शलों की बहाली को लेकर कैबिनेट नोट सौंपने और उस पर मंजूरी मांगने के लिए उपराज्यपाल विनय सक्सेना का कार्यालय के लिए निकलीं तभी बीजेपी विधायक भागने लगे, तो उन्हें रोकने के लिए दिल्ली सरकार के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उनके पैर पकड़ लिए।

इसे भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी कामयाबी, नारायणपुर मुठभेड़ में 30 नक्सलियों को किया ढेर

बीजेपी विधायक ने की भागने की कोशिश 

BJP MLA

इस पूरे मुद्दे को लेकर आप का कहना है कि बैठक में शामिल होने आये बीजेपी विधायक जब सचिवालय से भागने लगे, तभी मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उनके पैर पकड़कर  उन्हें रोका।  आप ने कहा कि बस मार्शलों की बहाली के लिए मुख्यमंत्री आतिशी ने बीजेपी विधायकों के सामने कैबिनेट नोट पास कर उसकी मंजूरी के लिए एलजी  से मिलने जाने के लिए निकलीं, तभी बीजेपी विधायकों ने भागने की कोशिश की।

 

बीजेपी अध्यक्ष बोले- ये ‘आप’ की नौटंकी है

बताया जा रहा है कि इस घटनाक्रम के बाद दिल्ली पुलिस ने राज निवास रोड पर मंत्री सौरभ भारद्वाज समेत अन्य आप विधायकों और बस मार्शल्स को हिरासत में लिया और पूरे इलाके को खाली कराया। उधर इस पूरे वाकये को दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप आदमी पार्टी की नौटंकी करार दी। उन्होंने कहा जनता की अदालत लगाने से पहले केजरीवाल मार्शल की अदालत लगा लेते। हमने आप नेताओं के इस ड्रामे से पहले ही उपराज्यपाल से बस मार्शल्स की मुलाकात करा दी थी।

 

राजनीति कर रही बीजेपी- आतिशी 

दिल्ली की मुख्यमंत्री ने आतिशी ने कहा कि बस मार्शल्स की समस्या को लेकर बीजेपी विधायकों ने उनसे मिलने का समय  मांगा था, तो हमने उसने  मुलाकात की और उन्हें इस मुद्दे बारे में समझाया। उन्होंने कहा, हमने उसने कहा कि ये एलजी के अधीन आने वाले सेवा मामलों के अंतर्गत आता है, लेकिन आज बीजेपी की हकीकत सामने आ गई। हमारी पूरी कैबिनेट वहां मौजूद थी। बीजेपी विधायक को एलजी से उन मामलों पर निर्णय लेने के लिए कहना चाहिए जो उनके अधीन आते हैं, लेकिन बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं है। वह इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है।

इसे भी पढ़ें- योगी सरकार ने उठाया दलित छात्र की पढ़ाई का जिम्मा, चार साल तक भरेगी IIT धनबाद की फ़ीस

Leave a Comment

Modi 3.0 के पहले आम बजट से मिडिल क्लास को मिलेगी राहत?