Home » क्राइम » Horrifying Truth: मेरठ का खौफनाक सच, 100 करोड़ की बीमा रकम के लिए मां-पिता और पत्नी की हत्या, चौथी पत्नी ने ऐसे बचाई जान

Horrifying Truth: मेरठ का खौफनाक सच, 100 करोड़ की बीमा रकम के लिए मां-पिता और पत्नी की हत्या, चौथी पत्नी ने ऐसे बचाई जान

News Portal Development Companies In India
Horrifying Truth

मेरठ/हापुड/संभल। Horrifying Truth: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक ऐसा खौफनाक मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ रिश्तों को शर्मसार कर दिया है बल्कि ये भी सोचने पर मजबूर कर दिया कि कोई इंसान पैसे का इतना भी लालची हो सकता है क्या। मेरठ में रहने वाले विशाल की हरकतों को देखकर तो ऐसा ही लग रहा है, जिसने सौ करोड़ की बीमा की रकम को हड़पने के लिए अपने ही माता-पिता और पत्नी को इस तरह से मौत के घाट उतारा कि वह साधारण एक्सीडेंट लगे और वह पूरी तरह से सेफ रहे।

इसे भी पढ़ें- Property Buying Tips: जमीन खरीदने जा रहे हैं, तो इन चार चीजों का रखें ध्यान, वरना पड़ जाएंगे मुश्किल में

सिलसिलेवार शुरू हुई जांच

Horrifying Truth

पुलिस भी इस घटना को एक्सीडेंट मानकर थोड़ी-बहुत जांच के बाद फ़ाइल बंद करती रही, लेकिन चौथी पत्नी और इंश्योरेंस कंपनी की जांच के बाद जो सच सामने आया, उसे सुनकर हर कोई आवाक रह गया। दरअसल, बीमा कंपनियों और आरोपी विशाल सिंघल की चौथी पत्नी की शिकायत के बाद संभल जिले की अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) अनुकृति शर्मा ने मामले सिलसिलेवार जांच की, तो इस पूरे खेल का भंडाफोड़ हो गया।

लग्जरी गाड़ियों की खरीदारी हुई हुआ शक

जानकरी के मुताबिक, आरोपी विशाल के पिता मुकेश सिंघल की एक छोटी से फोटो स्टूडियो की दुकान थी, जिससे महीने में 20 से 25 हजार तक की कमाई हो जाती थी और इसी पैसे से घर खर्च चलता था, लेकिन बीते कुछ सालों में उनके घर का कायापलट होने लगा। मुकेश के नाम से 64 बीमा पॉलिसियां निकल आईं, जिसकी कुल रकम 50 करोड़ से अधिक थी। इतना ही नहीं 2024 में लोन लेकर टोयोटा लेजेंडर, निसान मैग्नाइट, ब्रेजा और रॉयल एनफील्ड जैसे लग्जरी वाहन भी खरीदे गए। अचानक से इन गाड़ियों की खरीदारी से बीमा कंपनियों को शक होने लगा और उन्होंने एएसपी से इसकी शिकायत की।

पहली घटना

पहली घटना साल 2017 की है, जब 22 जून को विशाल की मां प्रभा देवी, ‘जो कि मेरठ के गंगानगर की रहने वाली हैं’ की मौत हापुड़ में एक कथित रोड एक्सीडेंट में हुई थी। इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक विशाल ने बताया था कि, वह मां के साथ बाइक से जा रहा  था, तभी रास्ते में एक अज्ञात वहां ने टक्कर मार दी, जिसमें उसे मामूली चोटें आईं, लेकिन मां की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने सड़क दुर्घटना मानकर फ़ाइल बंद कर दी। मां की मौत के आधार पर विशाल को 25 लाख का बीमा क्लेम मिल गया।

दूसरी घटना

दूसरी घटना 2022 की है, जब विशाल की पहली पत्नी एकता सिंघल को अचानक से उल्टी दस्त होने लगा और उन्हें मेरठ के एक जाने माने अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां एक हफ्ते तक एकता का इलाज चला, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। एकता की मौत के बाद विशाल को 80 लाख रूपये का क्लेम मिला। हालांकि बाद में ही जांच में पता चला कि एकता की मौत बीमारी से नहीं बल्कि किसी साजिश के तहत हुई है।

तीसरी घटना

तीसरी घटना 2015 की है, जब एक अप्रैल को विशाल के पिता मुकेश सिंघल की अचानक तबियत खराब हो गई और दूसरे ही दिन एक निजी अस्पताल में उनकी मौत हो गई। विशाल ने दावा किया कि, पिता सड़क हादसे में घायल हुए थे और सिर में गहरी चोटें आई थीं, जिससे उनकी जान चली गई, लेकिन जब मामले की गहराई से जांच की गई तो खुलासा हुआ कि मुकेश की मौत भी स्वाभाविक नहीं थी, तब तक 64 पॉलिसियों में से दो की क्लेम रकम, कुल 50 लाख रुपये विशाल को मिल चुके थे और करीब  50 करोड़ के क्लेम प्रक्रिया चल रही थी। यहीं से पुलिस और बीमा कंपनियों को विशाल पर शक होने लगा। इसी बीच विशाल की चौथी पत्नी ने भी पुलिस में शिकायत कर दी और पूरे केस का रुख बदल दिया।

चौथी पत्नी से मांगा था पिता की हत्या में सहयोग

विशाल की चौथी पत्नी, जिसके साथ फरवरी 2024 में उसने शादी की थी।  उसने बताया कि वह विशाल की चौथी पत्नी है, इसका पता उसे शादी के बाद चला। चौथी पत्नी ने ये भी बताया कि विशाल ने उससे कहा था कि पिता कैंसर के मरीज हैं और कुछ ही दिनों के मेहमान है। उसने ये भी बताया कि पिता के नाम पर विशाल ने 3 करोड़ रुपए की बीमा पॉलिसी कराई है। इसके बाद चौथी पत्नी ने ये भी बताया कि, विशाल ने उससे पिता की हत्या के सहयोग करने को कहा था, लेकिन उसने ऐसा करने से मना कर दिया, तो विशाल ने उसके साथ मारपीट भी की।

चौथी पत्नी के सीएम को भेजी थी शिकायत

चौथी पत्नी ने आगे बताया कि, विशाल ने उनकी रीढ़ की हड्डी भी तोड़ने की कोशिश की। जैसे-तैसे मायके वालों की मदद से उसने अपनी जान बचाई।  इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले की शिकायत की। चौथी पत्नी ने इस केस में SSP मेरठ से भी शिकायत की थी और न्याय की मांग की थी, लेकिन हर बार फैमिली मैटर कहकर उन्हें वापस भेज दिया जाता था, लेकिन, जब बीमा कंपनी ने एसएसपी और डीआईजी को हकीकत बताई और एएसपी संभल से उनकी बात हुई तो मामले की गंभीरता से जांच शुरू हुई और ये सनसनी खेज सच सामने आया।

मेरठ पुलिस ने बरती लापरवाही

Horrifying Truth:

बताया जा रहा है कि अलग-अलग बीमा कंपनियों ने 18 दिसंबर 2024 को SSP मेरठ को पत्र भेजा और बताया कि विशाल सिंह ने अपने पिता के नाम पर 70 करोड़ से अधिक की पॉलिसियां कराई हैं और संदिग्ध परिस्थितियों में उसका क्लेम किया जा रहा है। कंपिनयों ने इसकी आंतरिक जांच की, जिसमें पाया गया कि यह एक सिस्टमेटिक फ्रॉड है, लेकिन, मेरठ पुलिस ने तब भी इसे गंभीरता से नहीं लिया और इस पत्र को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया। इसके बाद विशाल की चौथी पत्नी ने संभल पुलिस को अपनी शिकायत दी, तब मामले को गंभीरता से लिया गया और जांच शुरू हुई।

आरोपी ने कबूला जुर्म

मामले की जांच संभल जिले की ASP अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में शुरू हुई और  मृतकों की मेडिकल रिपोर्ट और बीमा दस्तावेज खंगाले गए। इसके साथ ही हापुड़ और मेरठ की पुलिस फाइलें मंगाईं गईं। संदिग्ध क्लेम की सूची बनी और आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जब विशाल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पत्नी, मां और पिता की हत्या की बात कबूल कर ली। उसने बताया पत्नी और पिता का मुंह दबाकर उनकी हत्या की और मां के सिर पर भारी चोट से वार कर उन्हें मौत के घाट उतारा।  विशाल ने बताया इस पूरे कांड में उसका साथ लेडीज टेलर्स की दुकान चलाने वालेसतीश कुमार ने दिया।

 

इसे भी पढ़ें- Fakir Mohan College Case: छात्रा की मौत के बाद ओडिशा विधानसभा के बाहर हंगामा, आरोपी की गिरफ्तारी की मांग

Leave a Comment

Modi 3.0 के पहले आम बजट से मिडिल क्लास को मिलेगी राहत?