



लखनऊ/बलरामपुर। Chhangur Baba Gang: धर्मांतरण का गिरोह चलाने और विदेशी फंडिंग से बेशुमार संपत्ति बनाने के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ यूपी एटीएस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में 33 गवाहों के बयान दर्ज हैं, जो छांगुर बाबा की क्रूरता और कट्टरता का खुलासा कर रहे हैं। बयान में कहा गया है कि छांगुर बाबा इस्लाम धर्म को सर्व श्रेष्ठ बताता था और हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करता था।
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इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव
वह लोगों पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाता था और इसके लिए गरीब मजदूरों को लालच भी देता था। धर्मांतरण के लिए लोगों को मनाने के उद्देश्य से वह नीतू और नवीन बोहरा को रोल मॉडल के तौर पर पेश करता था। वह लोगों को इस्लाम धर्म अपनाने के फायदे बताता और ये भी कहता था कि, इस्लाम धर्म अपनाकर कर कैसे करोड़ों रूपये कमाए जा सकते हैं। यूपी एटीएस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट में बताया गया है कि, छांगुर बाबा के गिरोह में हिन्दू धर्म की गलत व्याख्या की जाती है और मुस्लिम धर्म को श्रेष्ठ बताया जाता है। साथ ही अन्य धर्मों के लोगों को जहन्नुम का भय दिखाकर और लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
33 गवाहों के बयान दर्ज
चार्जशीट में औरैया निवासी एक पीड़िता के हवाले से बताया गया है कि, छांगुर बाबा ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी और उसके साथियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। एक अन्य पीड़िता का बयान है कि उसके साथ भी रेप किया गया और जातीय आधार पर अपमानित भी किया गया। चार्जशीट में जिन 33 गवाहों के बयान दर्ज हैं उनमें 18 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी कर्मी शामिल हैं। इसके साथ धर्मांतरण कर चुकी तीन अन्य महिलाएं भी हैं, जो रेप और छेड़छाड़ का शिकार हो चुकी हैं।
इन्होंने दी गवाही
छांगुर बाबा के खिलाफ गवाही देने वालों में नरेंद्र कुमार, जग प्रसाद, संचित कुमार, राम नरेश मौर्य, मनोज कुमार, रमेश चंद्र, छांगे उर्फ सागर, नंदराम उर्फ भंडारी शामिल हैं। इनमें से अधिकतर लोगों का या तो धर्मांतरण हो चुका है या फिर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया गया था। इनके अलावा अन्य गवाह भी सामने आए है, जिन्होंने गिरोह के बारे में खुलासा किया है, जिनमें दुर्गेश कुमार, हरजीत, वसीउद्दीन उर्फ बब्बू चौधरी, संतोष कुमार, रमेश चंद्र, रमेश कुमार,रमेश कुमार शर्मा और रमेश चंद्र शामिल हैं।
इनके खिलाफ दाखिल हुई चार्जशीट
छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन: धर्मांतरण का मास्टरमाइंड और गिरोह का सरगना, एक पीड़िता से छेड़खानी का भी है आरोप
नीतू रोहरा उर्फ नसरीन: दुबई से आकर भारत में इस्लाम का प्रचार प्रसार करने वाले गिरोह के दूसरे साजिशकर्ता नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन की पत्नी, धर्मांतरण, बलात्कार और जातीय अपमान में भी सहयोगी।
रशीद शाह: धर्मांतरण में सक्रिय भूमिका निभाने का आरोप।
मो. सबरोज: धर्मांतरण में सहयोग और गरीबों को बहकाने और ललच देने का आरोप।
शहाबुद्दीन: धर्मांतरण के प्रचार प्रसार में शामिल गिरोह का सदस्य।
राजेश कुमार उपाध्याय: बलरामपुर कोर्ट में बाबू के पद तैनात है और गिरोह को सहयोग देने और सरकारी पद का दुरुपयोग का आरोपी।
विदेशीं फंडिंग का भी जिक्र
एटीएस ने चार्जशीट में छांगुर के पास से धार्मिक प्रचार सामग्री, शिजरा-ए-तैयबा की किताबें, पंफ्लेट मिलने का जिक्र किया है, जिनमें इस्लाम की खूबियां लिखी गई हैं और हिंदू धर्म की बुराइयां व हिंदू धर्म को अपमानित करने वाले स्लोगन लिखे थे। चार्जशीट में बताया गया है कि, गिरोह का मकसद जनसंख्या का संतुलन बदलकर भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना और शरीयत आधारित कानून लागू करना था। गिरोह में शामिल सभी सदस्य हिन्दू और गैर मुस्लिमों को डर और लालच दिखाकर धर्म परिवर्तन करा रहे थे। चार्जशीट के अनुसार जांच में ये भी पता चला है कि छांगुर के बैंक खातों में विदश से फंड आता था। वहीं नवीन रोहरा के बैंक खाते में दुबई से 23.61 करोड़ रुपये आए, जिनमें से बड़ी राशि अन्य आरोपितों के खातों में भेजी गई।
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