लखनऊ। साल के अंत तक उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव (UP By Polls) को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। राजनीतिक पार्टियां अपने दिग्गजों को धीरे-धीरे मैदान में उतार रही हैं और जीत का गुणा भाग बैठाने की कवायद में जुट गई हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस ने उपचुनाव की सभी 10 सीटों पर प्रभारी और पर्यवेक्षक के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी के इस ऐलान से सियासी हलकों में हलचल मच गई है। इसमें सबसे खास बात ये है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मिर्जापुर की मंझवा विधानसभा सीट की जिम्मेदारी खुद ली है। दरअसल, अजय राय मिर्जापुर के पड़ोसी जिले बनारस के रहने वाले हैं और पिंडरा व कोलसाला विधानसभा सीट से पांच बार विधायकी का चुनाव भी जीत चुके हैं।
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आराधना मिश्रा को मिली गाजियाबाद की कमान
पार्टी ने करहल विधानसभा सीट की जिम्मेदारी तौकीर आजम को सौंपी है। वहीं राजेश तिवारी को फूलपुर का प्रभारी बनाया गया है जबकि सांसद उज्जवल रमण सिंह को यहां पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। मिल्कीपुर की जिम्मेदारी पीएल पुनिया को दी गई है। अंबेडकर नगर के कटेहरी का भार सत्यनारायण पटेल के कंधे पर है। वहीं आराधना मिश्रा को गाजियाबाद की कमान सौंपी गई है।
सपा के साथ मिल कर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
इस ऐलान के बाद अब कयास लगाए जाने लगे हैं कि मंझवा सीट से अजय राय खुद या फिर उनके परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ सकता है। हालांकि अभी तक सपा की तरफ से कांग्रेस द्वारा मांगी जा रही सीटों को लेकर कोई जवाब नहीं दिया गया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने सपा से जिन पांच सीटों की मांग की है उसमें मंझवा, गाजियाबाद, फूलपुर ,खैर और मीरापुर की सीट शामिल है।
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