बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच (Bahraich) जिले में दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई झड़प ने हिंसक रूप ले लिया है। यहां सोमवार की सुबह एक बार फिर से आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। उपद्रवियों ने कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की और बाइक के शोरूम व एक अस्पताल में आग लगा दी। यहां खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। साथ ही दवाइयों को जला दिया गया है।
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परिजनों ने किया अंतिम संस्कार करने से इंकार
यहां हुई संप्रदायिक हिंसा में एक युवक की मौत हो गई, जिससे प्रदर्शन और हिंसक हो गया है। लोग लाठी-डंडे लेकर सड़क पर उतर आये। उधर, परिजनों ने युवक का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। पुलिस ने परिजनों की समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे। परिजनों का कहना है कि पहले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाये, उसके बाद ही अंतिम संस्कार होगा।
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक बहराइच में महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार को दुर्गा विसर्जन के दौरान बज रहे गाने को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में दुर्गा प्रतिमा खंडित हो गई, जिस पर पूजा समिति के सदस्यों ने नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसी बीच दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल मिश्रा (24) नाम के एक युवक को घसीट कर घर के अंदर लेकर चले गये और उसे गोली मार दी। वहीं उसके पीछे-पीछे उसे बचाने पहुंचे राजन (28) को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।
नाराज लोगों ने जाम किया बहराइच-लखनऊ हाइवे
इस घटना के बाद जिले भर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। विसर्जन कमेटी के लोग बहराइच-सीतापुर हाईवे पर चहलारी घाट पुल के समीप जाम लगा कर प्रदर्शन करने लगे बहराइच-लखनऊ हाईवे भी जाम कर दिया। इधर रामगोपाल की हत्या से भड़के कुछ लोग लाठी-डंडा लेकर सड़क पर उतर आये और तोड़फोड़ शुरू कर दी। भीड़ ने एक बाइक शोरूम और एक अस्पताल में तोड़फोड़ कर आग लगा दी।
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पुलिस ने 20 से 25 लोगों को लिया हिरासत में
इधर बहराइच सांप्रदायिक हिंसा में मारे गये रामगोपाल मिश्रा का पोस्टमार्टम सुबह सात बजे तक पूरा हो गया। इसके बाद उसका शव घर के लिए रवाना किया गया था। इस घटना के बाद इलाके में तनाव है। महराजगंज और महसी इलाके के निजी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। रविवार को विसर्जन के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा के मुख्य आरोपी सलमान समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि 20 से 25 लोगों के हिरासत में भी लिया गया है। उधर दूसरी तरफ पूजा कमेटी देर रात तक इस बात पर अड़ी रही कि आरोपियों की गिरफ्तारी हो।
उपद्रवियों ने खंडित की दुर्गा प्रतिमा
मामला बढ़ता देख शहर में सैकड़ों जगह प्रतिमा विसर्जन पर रोक लगा दी गई। साथ ही पूरे इलाके में छह थानों की पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई। वहीं, गोंडा और बलरामपुर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। फ़िलहाल यहां स्थिति नियंत्रण में है। लोगों का कहना है कि रविवार शाम महसी तहसील की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था। जब विसर्जन का काफिला महराजगंज कस्बे में पहुंचा तब वहां के रहने वाले सोनार अब्दुल हमीद बेटे सबलू, सरफराज व फहीम ने काफिले के लोगों के साथ गाली गलौज शुरू कर दी, जिसका उन्होंने विरोध किया, तभी कस्बे के अन्य लोगों ने अपनी-अपनी छतों पर से पथराव शुरू कर दिया। इस पर समिति के सदस्य प्रदर्शन करने लगे तो हमीद व उनके साथ मौजूद हजारों की भीड़ ने उपद्रव शुरू कर दिया।
महराजगंज में पुलिस ने डाला डेरा
उधर सूचना पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गयी और उसने भी प्रदर्शन कर रहे विसर्जन में शामिल लोगों पर ही लाठीचार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई। इसी बीच दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल को उठा ले गए और उसे गोली मार दी। वहीं रामगोपाल को बचाने गये एक अन्य युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया। फिलहाल पूरे कस्बे को सील कर दिया गया है और बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला समेत अन्य आला अधिकारी महराजगंज में कैंप कर रहे हैं।
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