पटना। Prashant Kishore Arrest: जन सुराज नेता प्रशांत किशोर को गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों बाद निचली अदालत ने जमानत दे दी। पटना सिविल कोर्ट ने प्रशांत किशोर को 25 हजार रुपये की जमानत पर रिहा कर दिया है। प्रशांत किशोर को आज सोमवार यानी छह जनवरी की सुबह हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उन्हें पटना एम्स में मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया।
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बेल बांड भरने से किया इंकार
प्रशांत किशोर ने बेल बांड भरने से इनकार कर दिया है। दरअसल जमानत पर फैसला करते हुए कोर्ट ने शर्त रखी कि उन्हें 25 हजार रुपये का बेल बांड भरना होगा। इस अदालती दस्तावेज़ में कहा गया है कि भविष्य में वह कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने वाले ऐसे विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। कोर्ट से सशर्त जमानत मिलने के बाद प्रशांत किशोर ने जमानत लेने से इनकार कर दिया। प्रशांत किशोर की टीम ने बयान जारी कर कहा कि प्रशांत किशोर का अनशन उनकी मृत्यु तक जारी रहेगा। अगर युवाओं के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना अपराध है, तो उन्हें जेल मंजूर है।
नीतीश सरकार के दमन के आगे नहीं झुके प्रशांत किशोर। कंडीशनल बेल लेने से किया इनकार, बोले- ‘जेल भेजो या बेल दो अनशन जारी रहेगा’। pic.twitter.com/JxWNU6IDR0
— Jan Suraaj (@jansuraajonline) January 6, 2025
पटना एम्स में हुआ मेडिकल टेस्ट
बता दें कि प्रशांत किशोर बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन के पटना के गांधी चौराहे पर आमरण अनशन पर बैठे हैं। यहां से ही सोमवार की सुबह उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद उनके समथकों में आक्रोश देखा जा रहा है। हिरासत में लेने के बाद प्रशांत किशोर को मेडिकल टेस्ट के लिए पटना के एम्स ले जाया गया, जहां उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा काटा।
पुलिस प्रशासन ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से एम्स ले जाकर अनशन तुड़वाने का प्रयास किया। अनशन तुड़वाने में विफल होने पर प्रशासन, प्रशांत किशोर को नए जगह पर ले जाने की कोशिश कर रही है। एम्स के बाहर प्रशांत किशोर को देखने उमड़ी भीड़ पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया।
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पांच सूत्री मांगों को लेकर कर रहे अनशन
प्रशांत किशोर की गिफ्तारी को लेकर पटना प्रशासन ने कहा कि वे अपने समर्थकों के साथ अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रतिबंधित क्षेत्र गांधी मैदान में गांधी की प्रतिमा के सामने अवैध ढंग से आमरण अनशन कर रहे थे। प्रशासन ने उन्हें वहां से हटकर धरना के लिए निर्धारित स्थल गर्दनीबाग में जाकर अनशन करने का नोटिस दिया था।
छात्रों और समर्थकों से डरकर बिहार पुलिस, प्रशांत किशोर को लेकर पिछले 5 घंटे से इधर-उधर घूम रही है। pic.twitter.com/qbrf1gwcdz
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इसके अलावा प्रतिबंधित क्षेत्र में गैर- कानूनी ढंग से धरना देने को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी। साथ ही उनसे कई बार इस जगह को खाली करने का आग्रह भी किया गया था, लेकिन वह नहीं मान रहे थे। ऐसे में 6 जनवरी 2025 को उनके कुछ समर्थकों के साथ उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
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