



असम। CM Himanta Biswa Big Allegation: अपने हिंदूवादी बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा ने बीते 12 फरवरी को सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा पोस्ट कर दिया कि राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। वहीं, विपक्ष के तमाम नेता को सांप सूंघ गया और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। आइए जानते हैं कि हिमंता बिस्वा ने सोशल मीडिया पर ऐसा क्या लिखा… दरअसल, उन्होंने बिना किसी का नाम लिए लिखा…आईएसआई (ISI) से कनेक्शन, युवाओं का ब्रेनवॉश करना और कट्टरपंथी बनाने के लिए पाकिस्तान दूतावास में ले जाना और पिछले 12 वर्षों से भारत की नागरिकता लेने से इनकार करना, इन आरोपों के बारे में गंभीर सवालों के जवाब दिए जाने की जरूरत है, इसके अतिरिक्त, धर्मांतरण कार्टेल में भागीदारी और राष्ट्रीय सुरक्षा को अस्थिर करने के लिए जॉर्ज सोरोस समेत बाहरी स्रोतों से धन प्राप्त करना गंभीर चिंताएं हैं, जिन्हें नजरंदाज नहीं किया जा सकता है।’ किसी बिंदु पर तो जवाबदेही जरूरी होगी, सिर्फ जिम्मेदारी से बचना या दूसरों पर ध्यान केंद्रित करने से बचने की कोशिश करना, बचने का रास्ता नहीं होगा, ये देश पारदर्शिता और सच्चाई का हकदार है।’
विदेशी नागरिक हैं गौरव गोगोई की पत्नी
इस पोस्ट में असम के सीएम ने सीधे तौर पर तो किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा किसकी तरफ था, ये बात भाजपा के नेता और प्रवक्ता गौरव भाटिया ने बता दिया। भाटिया ने कहा, राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े कुछ तथ्य सामने आये हैं, जो बेहद चिंताजनक हैं, ऐसे में उम्मीद है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे और गौरव गोगोई अपने पाकिस्तान और आईएसआई (ISI) से संबंधों को देश के सामने स्पष्ट करेंगे। हिमंता बिस्वा की पोस्ट का समर्थन करते हुए गौरव भाटिया ने सवाल उठाया कि, गौरव गोगोई की पत्नी एक विदेशी नागरिक हैं, शादी के बाद भी उन्होंने भारत की नागरिकता नहीं ली, और तो और वह जिस संगठन के लिए काम करती हैं, उसकी फंडिग जार्ज सोरेस द्वारा की जाती है। भाटिया ने सवाल उठाया कि कुछ दिन पहले जब राहुल गांधी ने कहा था कि, उनकी लड़ाई भारतीय राज्य से है, तो क्या कांग्रेस नेता गौरव गोगोई और उनकी पत्नी आईएसआई और पाकिस्तान के साथ मिलकर उनकी इसी योजना को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं और भारत को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है।
Sooner or later, it will be known how foreign powers, led by George Soros’ ecosystem, influenced a major decision of Assam Congress in 2014. Hopefully, the truth will emerge in due course. https://t.co/Coz8ZYmYGr
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) February 12, 2025
Serious questions need to be answered regarding allegations of ISI links, leading young individuals to the Pakistan Embassy for brainwashing and radicalization, and the refusal to take Indian citizenship for the past 12 years. Additionally, participation in a conversion cartel…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) February 12, 2025
एलिजाबेथ की नागिरकता पर बोले सरमा
गौरतलब है कि गौरव गोगोई और एलिजाबेथ कोलबर्न ने साल 2013 में शादी की थी, लेकिन शादी के 12 साल बाद भी उन्होंने भारत की नागरिकता नहीं ली। अब असम के मुख्यमंत्री ने इसी पर सवाल उठाया है। हिमंता ने एक ट्वीट में कहा है कि, जो लोग सवाल कर रहे हैं कि माननीय सांसद गौरव गोगोई की पत्नी के पास भारत की नागरिकता है या नहीं, उन्हें मेरा जवाब है… मुझे नहीं पता…लेकिन यहां जोराहाट की प्रमाणित वोटर लिस्ट में… जिसमें गोगोई के परिवार के हर सदस्य का नाम है, सिवाय उनकी पत्नी का छोड़ कर… ऐसे में आप खुद ही निष्कर्ष निकालिए…
For those asking whether the wife of the Hon’ble MP has taken Indian citizenship, my simple answer is: I do not know. However, here is an authentic copy of the voter list from Jorhat, which includes every family member’s name—except his wife’s.
Perhaps it is best to draw our own… pic.twitter.com/aZdqtmSz7V
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) February 13, 2025
सीआईडी ने दर्ज किया केस
असम के सीएम के अनुसार, मूल रूप से ब्रिटिश की रहने वाली एलिजाबेथ गोगोई ने अपने इस्लामाबाद के कार्यकाल के दौरान ‘लीड पाकिस्तान’ के साथ काम किया। इस दौरान भारत और पाकिस्तान में काम कर रहे क्लाईमेट चेंज संगठनों के माध्यम से शेख के साथ भी संपर्क बनाए रखा। बताया जा रहा है कि… अब इस मामले में असम
पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (CID) ने पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख और अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बात का ऐलान खुद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 17 फरवरी को किया। सरमा ने कहा… इस मामले में जांच का मुख्य बिंदु पाकिस्तानी अली तौकीर शेख और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ गोगोई से कथित संबंधों पर है। सरमा ने पाकिस्तानी सरकार और राजनयिक हलकों में शेख के व्यापक संबंधों को भारत के लिए विशेष चिंता की मुख्य वजह बताया।
2026 में है विधानसभा चुनाव
जानकारी आ रही है कि, मामला दर्ज होने के बाद अब राज्य की एजेंसियां इन घटनाक्रमों के बारे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा सहित कांग्रेस नेतृत्व को औपचारिक रूप से सूचित करने की तैयारी कर रही हैं। बता दें कि ये घटनाएं उस वक्त आकार ले रही हैं, जब कि अगले साल यानी 2026 में असम में विधान सभा चुनाव होने हैं।
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ISI के लिए काम करने वाले संगठन से जुड़ी थीं एलिजाबेथ
हिमंता बिस्वा सरमा का कहना है कि शादी से पहले एलिजाबेथ कॉलबर्न एक अमेरिकी सीनेटर के लिए काम करती थीं, जो पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए जाना जाता था। अपने इस काम के बाद एलिजाबेथ ने पाकिस्तान में कुछ समय बिताया और एक ऐसे संगठन से जुड़ी रहीं, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) का मुखौटा है। सीएम ने ये भी आशंका जताई है कि, हो सकता है कि गौरव गोगोई पर इसे लेकर कोई दबाव हो, यानी कि उन्हें ‘भारत विरोधी’ किसी बड़ी साजिश के तहत फंसाया या ब्लैकमेल किया गया हो। सरमा ने अपने दावे पर जोर देते हुए कहा कि, ये राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा का मुद्दा है।
गौरव से शादी के बाद भी किया पाकिस्तान का दौरा
हिमंता का ये भी दावा है कि, गौरव गोगोई से शादी करने के बाद भी एलिजाबेथ कॉलबर्न पाकिस्तान दौरे पर गईं, हालांकि वह क्यों गई थी, इसकी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई और ये भी नहीं पता है कि उनके पति गौरव गोगोई भी उनके साथ गये थे या नहीं। हिमंता बिस्वा ने अपनी पोस्ट के साथ पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार और कॉलबर्न के पूर्व सहयोगी अली तौकीर शेख द्वारा एक्स पर पुराने पोस्ट के स्क्रीनशॉट साझा किए और दावा किया कि गोगोई और पाकिस्तानी नागरिक के बीच बेहद गहरे सबंध हैं। सरमा ने साल 2019 में शेख द्वारा किए गए एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बांग्लादेश से भारत में अवैध अप्रवासियों की समस्या पर टिप्पणी की थी। इसके साथ लिखा है, एलिज़ाबेथ कॉलबर्न माननीय सांसद गौरव गोगोई के बिना अली तौकीर शेख के अधीन LEAD पाकिस्तान नाम के संगठन में काम करती थीं, ये संगठन जलवायु परिवर्तन पहल की आड़ में काम करता था।” उन्होंने कहा, शुरुआत में तो ये मुद्दा एक राजनीतिक बहस का विषय था, लेकिन जब आईएसआई की संलिप्तता की बात आती है तो इस ऐसे ही नहीं छोड़ा जा सकता है।
गौरव गोगोई ने दी प्रतिक्रिया
हिमंता के आरोपों से मची सनसनी के बीच अब कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि भाजपा के नेता उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और वे इसके लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने असमिया भाषा में एक पत्र लिखकर फेसबुक पर पोस्ट किया और अपनी पत्नी को आश्वासन दिया कि सत्य की जीत होगी। गोगोई का कहना है कि, एलिजाबेथ का ब्रिटिश पासपोर्ट रखना कोई अपराध नहीं है, सभी महिलाओं का अपने माता-पिता और देश के प्रति लगाव होता है और ये स्वाभविक है। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा है, “आप राजनीति से दूर रहती हैं, बावजूद इसके राजनीति ने आज आपको उसमें घसीट लिया है, आप आईएसआई एस (ISI) नहीं हैं, बल्कि आप एक बुद्धिमान और प्रतिभाशाली महिला हैं, आप असम के लोगों के प्यार और आशीर्वाद पर भरोसा रखें, सच सबको पता है’ इसके बाद उन्होंने ‘सत्यमेव जयते’ लिखा है…। इसी कड़ी में सांसद ने एक छोटा सा वीडियो भी शेयर किया हैं जिसमें एलिजाबेथ पारंपरिक असमिया ‘मेखेल-सदोर’ पहने और गले में ‘गामोसा’ लटकाए बिहू गीत गा रही हैं एलिजाबेथ
कहा- घबराए हुए हैं सीएम सरमा
गौरव गोगोई ने सोमवार 17 फरवरी को कहा, असम के लोगों ने मुख्यमंत्री का असली चेहरा कल देख लिया, उनकी आंखों को देखिए, साफ है कि कुछ गड़बड़ है, कुछ और हैं जो सीएम को परेशान कर रहा है और ऐसा होना स्वाभाविक भी है क्योंकि व डरे हुए हैं, जिससे वे इस तरह की बातें कर रहे हैं। कांग्रेस का रुख साफ है, अगर उन्हें किसी चीज की जांच करनी है, तो वे कर सकते हैं, हम दृढ़ हैं। गंगोई ने कहा, 12 महीने बाद राज्य में चुनाव होने वाले हैं जिससे वे मुख्यमंत्री डरे हुए हैं।
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