इन्हें किया गया निलंबित
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरकार झांसी मेडिकल कॉलेज की हृदय विदारक घटना को लेकर बेहद संवेदनशील है। प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक किंजल सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय के कार्यवाहक चांसलर डाॅ. नरेंद्र सिंह सेंगर को उनके पद से हटा दिया गया है। उन्हें सामान्य महानिदेशालय के चिकित्सा शिक्षा विभाग से संबद्ध कर दिया गया है। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के. सचिन माहुर को आरोप पत्र दिया गया। वहीं, कॉलेज के अवर अभियंता (इलेक्ट्रिकल) संजीत कुमार, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई की हेड नर्स संध्या राय और मेडिकल कॉलेज की प्रमुख अधीक्षक डॉ. सुनीता राठौड़ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए आरोप पत्र दिया गया है।
झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड की दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुःखद घटना का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिये गए निर्देश के क्रम में प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा द्वारा महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय एक कमेटी गठित कर जाँच करायी गयी। जाँच रिपोर्ट प्राप्त होने…
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) November 27, 2024
कमिश्नर स्तर से भी जांच के निर्देश
झांसी मेडिकल कालेज के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. ओम शंकर चौरसिया, सर्जरी विभाग के सह-आचार्य डॉ. कुलदीप चंदेल और विद्युत प्रभारी अधिकारी को आरोप पत्र देकर उनकी भूमिका की जांच के लिए मण्डलायुक्त झांसी को जांच अधिकारी बनाया गया है।
ये थी घटना
15 नवंबर को झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की गहन चिकित्सा इकाई में आग लगने से 18 बच्चों की मौत हो गई थी। वहीं कई बच्चे घायल हो गये थे। हादसे के तुरंत बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था।
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