



नई दिल्ली। Farmers Protest: किसानों ने पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर से दिल्ली चलो मार्च शुरू कर दिया है। किसान अपनी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मार्च कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस ने उन किसानों को गिरफ्तार कर लिया जो ग्यारह महीने से अपनी मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर डटे हुए थे लेकिन अब दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं। हालांकि, किसानों को ऐसा करने की इजाजत नहीं है। किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद पुलिस ने भी कुछ इंतजाम किए हैं। सुरक्षा कारणों से पुलिस ने सीमा पर नाकाबंदी कर दी है।
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पहले 101 किसान बढ़ेंगे आगे
किसानों ने कहा कि आज पहले जत्थे में 101 किसान आगे बढ़ेंगे। किसान लंबे समय से एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। किसान नेता तेजवीर सिंह ने बताया कि फिलहाल पाठ में 101 किसान बैठे हैं जो पहले जत्थे में आगे बढ़ेंगे। पुलिस कार्रवाई की स्थिति में प्रभावित किसानों की मदद के लिए सड़क के दोनों ओर स्वयंसेवी किसान मौजूद हैं। संगठन के लिए स्वयंसेवकों को नियुक्त किया गया।
Protesting farmers, most of them elders, moved towards Haryana border at Shambhu pic.twitter.com/q264mkGMEZ
— Neel Kamal (@NeelkamalTOI) December 6, 2024
11 महीने से बंद है सड़क
शंभू-दिल्ली बार्डर पर सड़क 11 महीने से बंद है। पुलिस ने 13 फरवरी को सड़क बंद कर दी थी। इसके अलावा, हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया गया था। किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के चलते यहां एक बार फिर सख्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं और पूरे रास्ते को सील कर दिया गया है। सीमा पर सेना भेजने के अलावा, सरकार ने यहां पानी छिड़कने वाली मशीनें, पुलिस बसें और एम्बुलेंस भी खड़ी कर रखी हैं। पुलिस हर गतिविधि पर नजर रख रही है।
किसानों ने किया श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ
दिल्ली की ओर कूच करने से पहले किसानों ने शंभू बॉर्डर पर प्रार्थना की। 101 किसानों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब का जाप किया। इस पाठ में आज दिल्ली कूच करने वाले किसानों के एक समूह ने भाग लिया। दोपहर 1 बजे 101 किसान दिल्ली के लिए रवाना हो गये।
ये हैं मांगें
किसानों ने अपनी 12 मांगें रखी हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण हैं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी और लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय। डीएपी खाद की कमी दूर करने, किसानों का कर्ज रद्द करने और उन्हें पेंशन देने की जरूरत है। इसके अलावा भी किसानों की मांगें हैं।
मंत्री अनिल विज बोले: किसानों को इजाजत नहीं
हरियाणा के मंत्री अनिल विज बोले: क्या किसानों ने इजाजत ली है? बिना इजाजत उन्हें दिल्ली जाने की इजाजत नहीं होगी। आप किसी कार्यक्रम के लिए वहां यात्रा कर रहे हैं तो आपको अनुमति लेनी होगी।
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