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Shortness Of Breath: किन लोगों को होती है सांस फूलने की बीमारी, जानें शुरूआती लक्षण

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Shortness Of Breath

Shortness Of Breath: वर्तमान समय में सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। यह लोगों की बिगड़ती जीवनशैली के कारण है, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जो बहुत अधिक धूम्रपान करते हैं या बहुत अधिक शराब पीते हैं। सांस फूलने की समस्या उन लोगों में भी होती है जिनके शरीर में रक्त संचार की कमी होती है या वे जो हाइड्रेटेड नहीं होते हैं यानी कि जिनके शरीर में पानी की कमी होती है। हार्ट डिजीज और बीपी के मरीज को भी सांस फूलने की समस्या हो सकती है, लेकिन अगर जिनकी सेहत अच्छी है यानी जिन्हें कोई बीमारी नहीं है अगर उन्हें सांस फूलने या सांस लेने में दिक्कत होती है, तो यह गंभीर समस्या हो सकती है। आइए जानते हैं क्या कहते हैं  एक्सपर्ट…

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट

एक्सपर्ट का कहना है कि वीटी नामक एक मेडिकल कंडीशन होती है, जिसमें पीड़िता को खाना बनाते समय मसालों से निकलने वाले धुएं की वजह से, धूल और गंदगी से और बंद जगहों पर सांस लेने में दिक्कत आती है। इसे वीटी (VT) यानी वेंट्रिक्युलर टैचीकार्डिया भी कहते हैं। ये दिल की धड़कनों से जुड़ी समस्या है। हालांकि ये समस्या आम है, लेकिन कई बार स्थित गंभीर हो जाती है।

 क्या है वजह 

डॉक्टरों का कहना है कि वीटी का मतलब वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया है। यह दिल की धड़कन से जुड़ी समस्या है। ये एक मानसिक विकार है। इसमें व्यक्ति को अचानक चक्कर आने का भी खतरा रहता है।

क्या है वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया 

यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें सांस की तकलीफ अक्सर हृदय या फेफड़ों की बीमारी के कारण होती है। हृदय और फेफड़े ऊतक कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को हटाते हैं। इनमें से किसी भी प्रक्रिया में समस्यायें आपकी सांस लेने की क्षमता को प्रभावित करती हैं।

 ये संकेत हैं
  • तेज चलने पर भी सांस फूलना।
  • सीढ़ियां चढ़ने के बाद सांस फूलना।
  • सर्दियों में कुछ लोगों को सुबह सांस लेने में दिक्कत होती है।
  • घर में खाना बनाते समय निकलने वाले धुएं से सांस लेने में दिक्कत होना।
  • चलने में दिक्कत होना है
  • नाक से सांस लेने में कठिनाई होना।
  • रात में सांस लेने में कठिनाई महसूस होना।
बचाव के उपाय  
  • नियमति रूप से योग करें, ऐसे में व्यायाम करें, जो सांस लेने वाली तकलीफों को कम करने में सहायक हों।
  • सुबह से लेकर रात तक के डिनर का टाइम सेट करें और कोशिश करें की हर दिन उसी टाइम पर खाना खाएं।
    प्रदूषित वातावरण से बचें
  • खाने में ब्रोकली, पालक और गाजर जैसी सब्जियों को शामिल करें।
  • पहाड़ी इलाकों में घूमने जाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                           इसे भी पढ़ें- Home Remedies For Allergies: एलर्जी से हैं परेशान, तो अपनाएं ये घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगी राहत

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