



बरेली। Massive Explosion In Bareilly: बरेली के किला थाना क्षेत्र के मोहल्ला बाकरगंज में शुक्रवार सुबह एक अवैध मांझा बनाने वाली फैक्टरी में धमाका हो गया। इस हादसे में फैक्टरी के मालिक और एक कारीगर के चीथड़े उड़ गये। वहीं एक कारीगर गंभीर रूप से घायल हो गया है। यह घटना उस समय हुई जब गंधक, पोटाश, कांच और लोहे के बुरादे का मिश्रण तैयार किया जा रहा था।
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मांझा फैक्ट्री में धमाका
जानकारी के अनुसार, अतीक का घर तीन मंजिला है, जिसके बाहर गली में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पहले मंजिल पर अतीक एक कमरे में मांझा और कच्चे माल स्टॉक रखता था। यही प्लॉट में मांझा बनाया जाता था। धमाके में सरताज का शरीर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था।
पुलिस ने सीज किया स्टॉक
मांझा बनाने से पहले बरामदे में कच्चा माल तैयार किया जाता था। जहां धमाका हुआ, वहां अतीक और फैजान के शव के टुकड़े 15 से 20 फुट तक बिखरे मिले। पोस्टमॉर्टम के लिए शवों को इकट्ठा करना पड़ा। सरताज के शरीर का निचला हिस्सा और एक हाथ अलग हो गया था। अतीक के घर की कांच की खिड़कियां भी टूट गईं। बरामदे के पास एक कमरा था, जिसमें अतीक ने ऑफिस बना रखा था। उस कमरे में सीसी कैमरों के मॉनीटर भी लगे थे। एक अन्य कमरे में मांझा और कच्चे माल का स्टॉक रखा गया था, जिसे पुलिस ने सीज कर दिया है। अब पुलिस सीज किए गए स्टॉक की जांच करेगी।
3 किमी तक सुनाई पड़ी आवाज
माझा बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि मिश्रण में गंधक और पोटाश की अधिक मात्रा के कारण ये हादसा हुआ। कहा जा रहा है कि धमाका इतना तेज थे कि लगभग तीन किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी थी। शुक्रवार रात तक मामले की रिपोर्ट नहीं लिखी गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी का डीवीआर कब्जे में ले लिया है। इसकी जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। वहीं फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर नमूने लिए, जिन्हें जांच के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट के आने के बाद धमाके की वजह का पता चलेगा। बताया जा रहा है कि बाकरगंज के अतीक रजा खां (51) अवैध मांझा बनाने की फैक्टरी चला रहे थे।
इलाके में फैली सनसनी
फैक्ट्री में मोहल्ले के ही फैजान (26) और सरताज (24) काम करते थे। अतीक ने अपने घर के पास ही मांझा बनाने की जगह बनाई थी। शुक्रवार सुबह 10 बजे, अतीक, फैजान और सरताज मांझा बनाने के लिए सामग्री तैयार कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने गंधक, पोटाश, कांच और लोहे की बुरादे को मिलाकर लुगदी बनाई, तभी हादसा हो गया। पुलिस के मुताबिक, इस हादसे में अतीक और फैजान के शरीर के चीथड़े हो गये। वहीं सरताज भी गंभीर रूप से घायल हो गया था और इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया। धमाके से इलाके में सनसनी फ़ैल गई है। वहीं मौके पर भारी भीड़ जुट गई।
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कैमरे में नहीं कैद हुई घटना
धमाके की खबर मिलते ही कई थानों की पुलिस, फायर ब्रिगेड और फील्ड यूनिट घटना स्थल पर पहुंच गईं। डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी अनुराग आर्य ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। अतीक और फैजान के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद बाद आस-पास के इलाके की छानबीन की गई। पुलिस विस्फोटक की संभावित मौजूदगी की जांच कर रही है। घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पुलिस ने कब्जे में ले ली है, लेकिन बिजली अचानक बंद होने के कारण धमाके की घटना कैमरे में कैद नहीं हो पाई।
तंग गली में चल रही थी फैक्ट्री
सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा का कहना है कि उन्होंने ने भी मौके पर जांच पड़ताल की, लेकिन वहां आग लगने के कोई संकेत नहीं मिले। अवैध फैक्टरी के मालिक ने अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र भी नहीं लिया था। फैक्टरी एक तंग गली में चल रही थी, जहां एनओसी मिलना संभव भी नहीं था।
घटना की जांच की जा रही है: एसएसपी
घटना के बारे में बात करते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि बाकरगंज में मांझा बनाने की एक फैक्टरी अवैध रूप से चल रही थी। वहां गंधक-पोटाश के मिश्रण के दौरान धमाका हो गया, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
लोगों को किया जायेगा जागरूक: डीएम
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की टीम ने एक घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। लोगों को मांझा बनाने में सावधानी बरतने के लिए जागरूक किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे दोबारा न हों।
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