



संभल। Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के सामने कुछ लोगों ने हिंदुओं को अल्पसंख्यक घोषित करने की मांग की है। उनका कहना है कि उन्हें अल्पसंख्यकों के अधिकार मिलने चाहिए क्योंकि संभल में हिंदू अब अल्पसंख्यक रह गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यहां हिंदुओं के साथ हो रहे उत्पीड़न को रोका जाना चाहिए। इस दौरान, उन्होंने ‘हम हिंदू अल्पसंख्यक है’ का नारा भी लगाया।
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15 से 20 प्रतिशत है हिन्दू आबादी
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के सामने बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस संभल पहुंचे। उन्होंने बताया कि 1978 से पहले संभल में हिंदू आबादी 40 प्रतिशत थी, लेकिन दंगों और नरसंहार के कारण हिंदू आबादी कम होती चली गई। इसके परिणामस्वरूप, हिंदुओं को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा और अब शहर में केवल 15 से 20 प्रतिशत हिंदू ही बचे हैं और वह भी खुद को असुरक्षित महसूस कर करते हैं इसलिए, संभल के हिंदुओं को अल्पसंख्यक का अधिकार मिलना चाहिए।
आयोग बोला-किसी को डरने की जरूरत नहीं है
आयोग ने हिंदू समुदाय को समझाने का प्रयास किया है। अध्यक्ष ने कहा कि हमारे देश में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है, इसलिए डरने की आवश्यकता नहीं है। पुलिस और प्रशासन सुरक्षा के लिए हैं और असुरक्षा की भावना को मिटाने के लिए सभी धार्मिक समुदायों को एक साथ मिलकर रहना चाहिए। हिंदू समुदाय में जो असुरक्षा है, उसकी जानकारी सरकार को दी जाएगी ताकि किसी को भी डर महसूस न हो।
प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया गया था दंगा
गौरतलब है कि संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा वहां पहुंचे थे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था और जामा मस्जिद कमेटी से भी जानकारी ली थी। अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने कई लोगों और अधिकारियों से बातचीत की। इस बातचीत के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि जामा मस्जिद सर्वे के दौरान जो बवाल हुआ, उसे पुलिस और प्रशासन ने प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया था।
केंद्र और राज्य सरकार को भेजी जाएगी रिपोर्ट
इन सब बयानों और तथ्यों को देखते हुए अंतिम निर्णय लिया जायेगा और उसी के आधार पर केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके साथ ही प्रदेश सरकार को भी जानकारी दी जाएगी। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने लोगों की बातें सुनीं और स्थिति से सरकार को अवगत कराने का आश्वासन दिया। लोगों ने संभल में घटती हिंदू आबादी और सुरक्षा की समस्या के बारे में बात की। उन्होंने मांग की कि उन्हें अल्पसंख्यक घोषित किया जाए।
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