



नई दिल्ली। Indian Media Companies: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय मीडिया कंपनियों ने फैसला किया है कि अब भारतीय चैनल्स पर पाकिस्तानी क्रिकेट और मनोरंजन कार्यक्रम नहीं दिखाए जाएंगे। इस फैसले के आते ही पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का प्रसारण तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। इसके साथ ही डिजिटल प्लेटफॉर्म से पाकिस्तानी सीरियल भी हटा दिए गए हैं। पाकिस्तानी कलाकारों की फ़िल्में और गाने भी अब नहीं दिखाएं जाएंगे।
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सरकार जैसा कहेगी वैसा होगा- राजीव शुक्ला
बीसीसीआई का भी कहना है कि, क्रिकेट बोर्ड वही करेगा जो सरकार कहेगी। बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा, ” हम पहलगाम हमले के पीड़ितों के साथ हैं और हम उस घटना की निंदा करते हैं। हमारी सरकार जैसा कहेगी, हम वैसा करेंगे। हम सरकार के रुख की वजह से ही पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलते हैं और हम भविष्य में भी नहीं खेलेंगे, लेकिन जब आईसीसी इवेंट की बात आती है, तो हम आईसीसी की भागीदारी के कारण खेलते हैं। आईसीसी को भी पता है- जो कुछ भी हो रहा है।”
नहीं देख सकेंगे पाकिस्तान सुपर लीग
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछ-पूछ पर 26 लोगों को मार दिया। इसके बाद भारत में पाकिस्तान से जुड़ी किसी भी गतिविधि के प्रति गुस्सा और विरोध बढ़ गया है। ईस हमले के विरोध में भारतीय मीडिया इंडस्ट्री ने तुरंत कदम उठाए और कई बड़े ब्रॉडकास्टर और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने अपने चैनल और ऐप से पाकिस्तानी कंटेंट हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। मीडिया कंपनियों के इस फैसले का असर पाकिस्तान सुपर लीग पर भी पड़ेगा। अभी तक ये सीरीज भारतीय टीवी चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दिखाई जाती थी, लेकिन इस फैसले के बाद अब भारत में इसका प्रसारण नहीं होगा। हालांकि, कुछ स्पोर्ट्स चैनलों का पीएसएल के साथ कॉन्ट्रैक्ट था। अब इन चैनलों ने पीएसएल के साथ अपने सभी ब्रॉडकास्ट कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिए हैं।
पहले भी लग चुका है प्रतिबन्ध
भारत-पाकिस्तान तनाव का असर सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर पड़ना को नई बात नहीं है। पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है। खासकर आतंकी हमलों के बाद, जब भारतीय मनोरंजन उद्योग ने पाकिस्तानी कलाकारों और सामग्री पर प्रतिबंध लगाया है। इससे पहले साल 2016 के उरी हमले के बाद भी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ने पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने से इनकर कर दिया था। उस वक्त कई फिल्म संगठनों ने पाकिस्तानी कलाकारों को बैन करने का भी ऐलान किया था। इस बार भी वैसी ही स्थिति बनती हुई नजर आ रही है।
पीएसएल के प्रोमो शेड्यूल भी हटाये
पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं तेज़ हो गईं। कई लोगों ने भारतीय चैनलों पर पाकिस्तानी सामग्री दिखाने की आलोचना की और इसे देश के प्रति असंवेदनशीलता बताया। इस जनभावना को देखते हुए मीडिया कंपनियों ने तुरंत कदम उठाए। कुछ स्पोर्ट्स चैनलों ने पीएसएल के प्रोमो को अपने शेड्यूल से हटा दिया, जबकि कुछ ने ब्रॉडकास्ट ने कॉन्ट्रैक्ट तक रद्द कर दिए।
लोकप्रियता पर पड़ेगा असर
इस फैसले से भारत में पाकिस्तानी क्रिकेटरों की लोकप्रियता पर असर पड़ा है। पहले पीएसएल के कई मैच भारतीय दर्शक स्टार खिलाड़ियों की वजह से देखते थे, लेकिन अब इन मैचों का प्रसारण बंद हो गया है। कुछ क्रिकेट प्रेमियों ने निराशा जताई, लेकिन ज्यादातर ने इसे सही कदम माना है। मनोरंजन उद्योग के अलावा, यह तनाव अन्य क्षेत्रों में भी दिख रहा है। कुछ संगीत कार्यक्रमों में पाकिस्तानी गायकों को बुलाने की योजना थी, लेकिन अब ये रद्द हो रहे हैं। सोशल मीडिया अभियानों ने इन आयोजनों के खिलाफ माहौल बना दिया है। कई लोग मानते हैं कि, जब तक भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम नहीं होगा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान नहीं होना चाहिए।
पीएम मोदी ने अपनाया कड़ा रुख
बता दें कि, पहलगाम हमले ने भारत की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है। साथ ही दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंध भी प्रभावित हुए हैं। सरकार ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए साफ़ कहा है कि, हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस बयान से सरकार का सख्त रुख जनता के बीच और मजबूत हुआ है।
मीडिया कंपनियों के इस फैसले का भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर दीर्घकालिक असर पड़ेगा। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक गतिविधियां पहले से ही सीमित थीं, जो अब और कम हो गई हैं। यह कदम भारत में जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, लेकिन इसके साथ ही यह सवाल भी उठता है कि क्या भविष्य में दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध फिर से सामान्य हो पाएंगे।
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