



China Respond On Tariff War: बीते दिन यानी 4 मार्च को अमेरिका ने चीन, मैक्सिको और कनाडा के खिलाफ अपना टैरिफ वार शुरू कर दिया है। उसने इन देशों की वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ा दिया है। वहीं, भारत पर भी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। अमेरिका के इस कदम से तीनों देश भड़क उठे हैं। वहीं, चीन ने साफ कर दिया है कि अमेरिका को अगर युद्ध लड़ना है, तो वह तैयार है।
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झूठी जानकारी फैला रहा अमेरिका
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में स्थित चीनी दूतावास ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अंग्रेजी में लिखा- अमेरिका फेंटेनाइल मुद्दे पर झूठी जानकारी फैला कर चीन को बदनाम कर रहा है और बलि का बकरा बना रहा है। अगर वह फेंटेनाइल के कारण चीनी आयात पर टैरिफ बढ़ा रहा है, तो उसका ये कदम अनुचित है, इससे किसी का भला नहीं होने वाला। चीन की स्थिति स्पष्ट है, हम समानता और आपसी सम्मान के आधार पर अमेरिका के साथ व्यावहारिक सहयोग के लिए तैयार हैं। हम फेंटेनाइल मुद्दे के बहाने चीन पर दबाव डालने, उसे धमकाने और ब्लैकमेल करने के अमेरिका के कदम का दृढ़ता से विरोध कर रहे हैं। अमेरिका से हमारी अपील है कि वह तथ्यों का सम्मान करे, अपने हितों को ध्यान में रखे और सही विकल्प का चयन करे।
हम पर धौंस न जमाये अमेरिका
फेंटेनाइल मुद्दा चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने का एक तुच्छ बहाना है। हमारे अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए हमारे जवाबी उपाय पूरी तरह से वैध और आवश्यक हैं। हम धमकी से नहीं डरते हैं और अमेरिका हम पर धौंस न जमाये। दबाव, जबरदस्ती या धमकी… चीन से निपटने का सही तरीका नहीं है। चीन पर अधिकतम दबाव डालने वाला कोई भी व्यक्ति गलत व्यक्ति को चुन रहा है और हमारे बारे में गलत अनुमान लगा रहा है। अगर अमेरिका वास्तव में फेंटेनाइल मुद्दे को हल करना चाहता है, तो सही बात यह है कि एक-दूसरे के साथ समान व्यवहार करके चीन से परामर्श करे और अगर वह युद्ध चाहता है, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या किसी अन्य प्रकार का युद्ध हो, हम लड़ने के लिए तैयार हैं।
The US is spreading all kinds of false information on the fentanyl issue, smearing and scapegoating China, and hiking tariffs on Chinese imports over fentanyl. Such moves are unjustified and will do no one good.
China’s position is clear-cut. We stand ready for practical…
— Lin Jian 林剑 (@SpoxCHN_LinJian) March 5, 2025
If the U.S. truly wants to solve the #fentanyl issue, then the right thing to do is to consult with China by treating each other as equals.
If war is what the U.S. wants, be it a tariff war, a trade war or any other type of war, we’re ready to fight till the end. https://t.co/crPhO02fFE
— Chinese Embassy in US (@ChineseEmbinUS) March 5, 2025
If war is what the U.S. wants, be it a tariff war, a trade war or any other type of war, we’re ready to fight till the end. https://t.co/crPhO02fFE
— Chinese Embassy in US (@ChineseEmbinUS) March 5, 2025
ट्रंप के फैसले के खिलाफ आई चीन की प्रतिक्रिया
अमेरिका के खिलाफ चीन की ये प्रतिक्रिया यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा फेंटेनाइल मुद्दे पर लगाए गए टैरिफ के बीच आई है। चीनी दूतावस के अलावा वहां के विदेश मंत्रालय से भी इस मुद्दे पर बयान आया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने फेंटेनाइल मुद्दे को चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने का ‘एक कमजोर बहाना’ करार दिया है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा, चीन के अधिकारों और हितों की सुरक्षा के लिए हमारी जवाबी कार्रवाई पूरी तरह से वैध और आवश्यक है।
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फेंटेनाइल संकट के लिए खुद अमेरिका जिम्मेदार
बयान में आगे कहा गया है कि, फेंटेनाइल संकट के लिए अमेरिका जिम्मेदार है, अमेरिका के लोगों के प्रति मानवता और सद्भावना की भावना से हमने इस मुद्दे से निपटने में अमेरिका की सहायता के लिए मजबूत कदम उठाए हैं और अमेरिका है कि हमारे प्रयासों को मान्यता देने के बजाय हमें ही बदनाम करने और दोष देने की कोशिश कर रहा है और टैरिफ बढ़ाकर हम पर ही दबाव बना रहा है और ब्लैकमेल करने का प्रयास कर रहा है। हमने उनकी मदद की और वह हमें सजा दे रहे हैं, लेकिन ऐसा करने से अमेरिका की समस्या हल नहीं होगी, बल्कि हमारा मादक पदार्थ विरोधी संवाद और सहयोग को कमजोर होगा।
चीन ने भी बढ़ाया टैरिफ
गौरतलब है कि, बीते दिन ट्रम्प प्रशासन ने चीन से आयातित वस्तुओं पर पहले से लागू 10 प्रतिशत टैरिफ को बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया है। वहीं, कनाडा और मैक्सिको पर भी इसी मुद्दे पर टैरिफ लगाए हैं। चीन ने इस पर जवाबी कार्रवाई की है। उसने भी वाशिंगटन द्वारा बीजिंग को निर्यात किए जाने वाले कृषि उत्पादों पर टैरिफ लगा दिया है। चीनी वित्त मंत्रालय ने मंगलवार 4 मार्च को एक बयान जारी कर कहा, वह अमेरिका पर सोयाबीन और मक्का से लेकर डेयरी व बीफ समेत कृषि उत्पादों पर 10 से 15 प्रतिशत के बीच अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। एक न्यूज एजेंसी ने चीन के इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा, चीन में 10% टैरिफ का सामना करने वाले अमेरिकी उत्पादों में सोयाबीन, ज्वार, पोर्क, बीफ, जलीय उत्पाद, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पाद शामिल हैं। इसके साथ ही चीन ने 25 अमेरिकी फर्मों पर निर्यात और निवेश प्रतिबंध भी लगा दिया है।
मॉर्फिन से ज्यादा खतरनाक है फेंटेनाइल ड्रग
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने के दौरान फेंटेनाइल ड्रग का जिक्र किया है। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि फेंटेनाइल ड्रग क्या है। दरअसल, फेंटेनाइल एक शक्तिशाली सिंथेटिक ओपिओइड है, ये मॉर्फिन से 50 से 100 गुना अधिक शक्तिशाली होता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल गंभीर दर्द, जैसे कैंसर के दर्द के इलाज में किया जाता है। हालांकि, इसका गलत या अधिक इस्तेमाल जानलेवा हो सकता है। फेंटेनाइल की थोड़ी सी मात्रा भी सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकती है और मौत की वजह बन सकती है।
चीन भी फेंटेनाइल के खिलाफ चला चुका है अभियान
बता दें कि, अमेरिका में फेंटेनाइल का दुरुपयोग एक गंभीर समस्या बना हुआ है। फेंटेनाइल और इसके एनालॉग्स के कारण बीते कुछ वर्षों में अमेरिका में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। यहां ये अवैध रूप से तैयार किया जाता है और हेरोइन व कोकीन समेत अन्य दवाओं में मिलाया जाता है। यही वजह है कि इसका इस्तेमाल करने वालों को इसके बारे में पता भी नहीं चल पाता है। अमेरिकी सरकार और स्वास्थ्य अधिकारी इस समस्या से निपटने, जागरूकता फ़ैलाने और इसके प्रभावी इलाज की कोशिश में जुटे हैं। चीन ने भी इस काम में अमेरिका की मदद की है। चीन ने अमेरिका में अभियान चलाकर लोगों को फेंटेनाइल के गलत इस्तेमाल से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया है और इसे बचने की चेतावनी दी है।
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