



नई दिल्ली। Houthi Rebels-America: लाल सागर में हूती विद्रोहियों और अमेरिकी सेना के बीच सीधी लड़ाई छिड़ गई है। बीते शनिवार यानी 17 मार्च से सोमवार तक अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर जबर्दस्त एयर स्ट्राइक की, जिसमें 53 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है। इसके बाद मंगलवार को हूती लड़ाकों ने दावा किया कि, उन्होंने अमेरिकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया और लाल सागर में मौजूद अमेरिकी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप यूएसएस ट्रूमैन वाहक टास्क फोर्स को निशाना बनाया। इस दौरान उन्होंने कई मिसाइलों और ड्रोन का इस्तेमाल। हालांकि, अमेरिका ने हूतियों के इस दावे को ख़ारिज कर दिया है।
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अमेरिका से लड़ने को तैयार हूती विद्रोही
यहां ये सवाल उठ रहा है कि, हूतियों के पास आखिर ऐसे कौन-कौन से ड्रोन और मिसाइलें हैं, जिसके दम पर वह अमेरिका से लड़ने को तैयार है। इधर, सऊदी मीडिया आउटलेट के हवाले से बताया जा रहा है कि, अमेरिकी नेवी ने लाल सागर में मौजूद ईरानी टोही जहाज जाग्रोस को डूबो दिया है। आइए जानते हैं हूतियों के पास ऐसे कौन-कौन से हथियार हैं, जिनके दम पर वह अमेरिका को चुनौती दे रहा है।
हूतियों के गुट में हैं 1 से डेढ़ लाख लड़ाके
बताया जाता है कि हूती विद्रोहियों के पास 1 से डेढ़ लाख लड़ाके हैं, जो कई तरह के खतरनाक हथियारों से लैस हैं। उनके पास ड्रोन और मिसाइल जैसे आधुनिक हथियार भी हैं। कई रिपोर्ट में दावा किया जाता है कि, हूतियों के पास एक हजार से ज्यादा ईरानी मिसाइल हैं और उसके लड़ाकों को हिजबुल्लाह ट्रेनिंग देता है।
हूती विद्रोहियों के हथियार
याफा: 2,600 किमी रेंज, 20-50 KG के विस्फोटक पेलोड और स्टील्थ क्षमता वाला बड़ा, फाइटर जेट के साइज का यूएवी।
समद-4: अंडरविंग हार्ड पॉइंट पर ट्विन अनगाइडेड बम वाला वैरिएंट। 2,000 किमी रेंज, 50 KG पेलोड।
मिरसाद-1 व 2: रिवर्स-इंजीनियर्ड बोइंग RQ-21 ब्लैकजैक पर आधारित निगरानी ड्रोन।
कसेफ-1 और कसेफ-2के: 100+ किमी की रेंज व 30 KG पेलोड के साथ सरल, कम लागत वाले कामिकेज़ ड्रोन।
समद-3: 1,800 किमी रेंज, 250 किमी/घंटा की अधिकतम रफ्तार व 18 KG पेलोड वाला बड़ा यूएवी।
वाएड: शाहेड 136 जैसी विशेषताओं के साथ चक्कर लगाने वाला गोला-बारूद। 185 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति और 50 KG का वारहेड।
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ये मिसाइलें भी हैं
फिलिस्तीन-2: दो-चरणीय, ठोस ईंधन वाली हाइपरसोनिक मिसाइल। 2,150 किमी की रेंज, 500 किग्रा का पेलोड, मैक 16 की अधिकतम गति और पैंतरेबाज़ी करने की क्षमता।
हेटेम-2: 150-385 किमी की रेंज वाली हाइपरसोनिक मिसाइल, मैक 5-8 की अधिकतम गति। पेलोड अज्ञात।
बुर्कान: सोवियत स्कड से ली गई मोबाइल शॉर्ट-रेंज मिसाइल श्रृंखला: 1,000 किमी की रेंज, 250 KG का पेलोड।
करार: 300 किमी की रेंज वाली ठोस ईंधन मिसाइल, 500 KG पेलोड।
कुद्स-4: 2,000 किमी की रेंज वाली क्रूज मिसाइल। पेलोड अज्ञात।
मोहीत: विरासत में मिली सोवियत वी-750 से प्राप्त निर्देशित एंटी-शिप मिसाइल, जो कई खूबियों से लैस है।
पी-15 टर्मिट: सोवियत एंटी-शिप मिसाइल। 40 किमी की रेंज, 454 KG वारहेड।
असफ-2: एंटी-शिप मिसाइल। 450 किमी की रेंज, 500 KG पेलोड।
मंदाब-2: समुद्री क्रूज मिसाइल। 300 किमी की रेंज, 165 KG वारहेड।
एयर डिफेंस सिस्टम
हूती विद्रोहियों के पास एयर डिफेंस सिस्टम भी हैं, जो उन्हें विरासत में मिले हैं। उनके बेड़े में उन्नत 2K12 Kub/Kvadrat (‘Fater-1’), S-75 और S-125 SAMS, पिकअप ट्रक से लॉन्च किए गए R-60s, Strela और Igla MANPADS, ZU-23 तोपें, UHF, G/H बैंड और अल्टीमीटर रडार भी शामिल हैं। पुराने होने के बावजूद ये सिस्टम यमन में दशक भर पुराने संघर्ष के दौरान एक दर्जन से अधिक अमेरिकी रीपर ड्रोन, साथ ही ब्लैकहॉक, अपाचे, F-15, F-16, टॉरनेडो और अमेरिकी सहयोगियों के टाइफून विमानों को नष्ट करने में सक्षम साबित हुए हैं। ये आज भी उतने ही सक्षम हैं।
बच्चों को भी गुट में भर्ती करता है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हूती विद्रोही अपने गुट में बच्चों की भी भर्ती करता है और उन्हें ट्रेनिंग देता है। साल 2020 में हुई लड़ाई में 15 सौ से अधिक बच्चे मारे गए थे। इससे दो साल पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया थ कि, ईरान हूती विद्रोहियों को मिसाइल देता है जो कि सीधे तौर पर इंटरनेशनल कानूनों का सीधा उल्लंघन है। हालांकि, ईरान ने इन आरोपों को नकार दिया था।
ईरान देता है मिसाइलें
बावजूद इसके अमेरिका और सऊदी अरब लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि, ईरान, हूती विद्रोहियों को बैलिस्टिक मिसाइलें उपलब्ध कराता है। दोनों देशों ने ये भी दावा किया था कि, ईरान द्वारा दी गई मिसाइलों से हूती विद्रोहियों ने साल 2017 में रियाद पर हमला किया था, जिन्हें हवा में ही मार गिराया गया था। ईरान पर हूती विद्रोहियों को क्रूज मिसाइल और ड्रोन देने का आरोप भी है। हूती विद्रोहियों के पास दूर की रेंज के साथ ही कम रेंज वाली मिसाइल भी हैं।
2023 से अब तक किये 100 से अधिक हमले
हूतियों ने नवंबर 2023 से अब तक इंटरनेशनल शिपिंग्स पर सौ से अधिक हमले किए, जिससे अरबों-खरबों का वैश्विक व्यापार प्रभावित हुआ। इन हमलों को लेकर उनका कहना है कि उन्होंने ये हमले गाजा में इजरायल-हमास युद्ध के चलते फिलिस्तीनियों के समर्थन में किए हैं।
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