



अमेरिका। US-Russia-Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौते के तहत अमेरिका क्रीमिया पर रूस के नियंत्रण को मान्यता देने के लिए तैयार हो सकता है। ये दावा ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में किया गया है। ये खबर तब सामने आई है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों देशों के बीच युद्ध को रोकने के लिए बातचीत करने में जुटे हैं।
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2014 में हुआ था जनमत संग्रह
उल्लेखनीय है कि, साल 2014 में रूस ने क्रीमिया पर हमला कर वहां विवादास्पद जनमत संग्रह कराया था। अमेरिका और ज्यादातर अन्य देशों ने इस विलय को स्वीकार नहीं किया है। अगर अमेरिका क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ होगा, क्योंकि इन नियमों के मुताबिक, किसी भी इलाके पर बलपूर्वक कब्जा करना गलत माना जाता है।
धीमी शांति वार्ता से परेशान हैं ट्रंप
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो शांति वार्ता की धीमी गति से काफी परेशान हो रहे हैं। शुक्रवार को दोनों नेताओं ने कहा कि अगर जल्द ही कोई नतीजा नहीं निकला, तो अमेरिका वार्ता से हट सकता है। ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, ‘यह प्रक्रिया जितनी लंबी चलेगी, हमारी भागीदारी को सही ठहराना उतना ही मुश्किल होगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि, अगर कोई भी पक्ष इस प्रक्रिया में देरी करता रहा, तो अमेरिका समझौते के लिए कोशिश करना बंद कर देगा और इस मामले से पूरी तरह से पीछे हट जायेगा।
जेलेंस्की ने जताई आपत्ति
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस को कोई भी क्षेत्र देने के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि, यूक्रेन क्रीमिया सहित किसी भी क्षेत्र को रूस का हिस्सा नहीं मानेगा। बीते गुरुवार को कीव में बोलते हुए राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ पर रूस के समर्थन में बोलने का आरोप लगाया। ज़ेलेंस्की ने कहा, “हम कभी भी यूक्रेनी भूमि को रूस का हिस्सा नहीं मानेंगे। युद्धविराम से पहले हमारे क्षेत्र पर कोई चर्चा नहीं हो सकती।” इस बीच, पर्दे के पीछे बातचीत चल रही है।
कम किए जाएंगे प्रतिबन्ध
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों ने हाल ही में पेरिस में यूरोपीय देशों के सामने एक योजना प्रस्तावित की है, जो मौजूदा लड़ाई को रोकने की कोशिश करेगी और स्थायी युद्धविराम होने पर मास्को पर प्रतिबंधों को धीरे-धीरे कम करेगी। ये भी योजना बनी है कि, यूक्रेन की नाटो में शामिल होने की इच्छा को भी वार्ता से हटा दिया जायेगा, जिसकी मांग रूस की लंबे समय से करता आ रहा है।
रूस ने समाप्त किया युद्धविराम
पेरिस में हुई वार्ता में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और यूक्रेन के अधिकारी शामिल हुए। एक निजी बैठक में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन और अमेरिकी दूत विटकॉफ ने अलग से चर्चा की कि शांति समझौते और युद्धविराम की निगरानी कैसे की जाएगी। रूस आंशिक युद्ध विराम को लेकर उत्साहित नहीं है। क्रेमलिन ने यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमलों के साथ 30-दिवसीय युद्ध विराम को समाप्त कर दिया है और वह लगातार यूक्रेनी शहरों पर मिसाइलें गिरा रहा है। पिछले हफ्ते, सुमी में किये गये रूसी मिसाइल हमले में 35 लोग मारे गए थे। कीव का कहना है कि आगे की बातचीत तभी हो सकती है जब रूस हमलों को रोकने को तैयार हो।
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