



नई दिल्ली। Nobel Peace Prize: इन दिनों दुनिया भर में नोबेल शांति पुरस्कार को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इसमें भी सबसे ज्यादा चर्चा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हो रही है। दरअसल, ट्रंप कई बार ये दावा कर चुके हैं कि इस बार का नोबेल शांति पुरस्कार उन्हें ही मिलना चाहिए। ट्रंप का कहना है कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध समेत सात युद्ध रुकवाएं हैं। पाकिस्तान के सेना प्रमूख असीम मुनीर और इजराइल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें नॉमिनेट किया है।
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338 उम्मीदवार हैं दौड़ में
बता दें कि, इस बार नोबेल शांति पुरस्कार की दौड़ में 338 उम्मीदवार हैं, जिनमें 244 लोग और 94 संगठन शामिल हैं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा ट्रंप के नाम की हो रही है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि, ट्रंप की जीत की संभावना काफी कम है और अब इस दौड़ में ट्रंप के दुश्मन की पत्नी भी शामिल हो गई हैं, जिनकी जीत की संभावना अधिक है।
इन दिग्गजों के नाम भी शामिल
ट्रंप के अलावा और जो प्रमुख नाम हैं, वे हैं टेस्ला CEO एलन मस्क, पोप फ्रांसिस (अप्रैल में निधन हो गया), पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान, मलेशियाई PM अनवर इब्राहिम, संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीन सहायता एजेंसी (UNRWA) के प्रमुख फिलिप लज्जारिनी और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस आदि। लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, रूस के दिवंगत विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनाया की पत्नी यूलिया नवलनाया को नोबेल शांति पुरस्कार की रेस में ट्रंप से आगे माना जा रहा है।
ट्रंप को टक्कर दे रहीं यूलिया
बेटिंग वेबसाइट Oddschecker के आंकड़ों पर गौर करें, तो यूलिया इस दौड़ में सबसे आगे नजर आ रही हैं। वहीं, ट्रंप 17/2 (10.5%) और 6/1 (14.3%) की दर से दूसरे स्थान पर हैं। कहा जा रहा है कि, यूलिया की दावेदारी दो मुख्य वजहों से सबसे मजबूत है। एक, वे एलेक्सी नवलनाया के निधन के बाद से लगातार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तानाशाही के खिलाफत कर रही हैं और आवाज उठा रही हैं। दूसरा, ट्रंप के विपरीत यूलिया किसी संवैधानिक या शीर्ष पद पर नहीं है, जिससे वे इस पुरस्कार के लिए तटस्थ और प्रेरक उम्मीदवार मानी जा रही हैं।
पुतिन पर लगा चुकी हैं गंभीर आरोप
1976 में मास्को में जन्मी यूलिया ने अर्थशास्त्र में स्नातक किया है और बैंक में काम करने का अनुभव रखती हैं। साल 1998 में तुर्की में वेकेशन मनाने गई युलिया की मुलाकात रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनाया से हुई। इसके बाद दोनों ने 2000 में शादी कर ली और अब इनके दो बच्चे हैं। एलेक्सी के निधन के बाद से यूलिया ब्रिटेन में रह रही हैं। अपने पति की हत्या के बाद उन्होंने पुतिन के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। साथ ही रूस में लोकतांत्रिक बदलाव के लिए अभियान की शुरुआत की। वे ये भी दावा करती हैं कि, एक दिन वे रूस की राष्ट्रपति जरूर बनेंगी।
सख्त हैं नामांकन के मानदंड
आपको बता दें कि, नोबेल शांति पुरस्कार के नामांकन के मानदंड काफी सख्त हैं। नामांकन के बाद नोबेल समिति सभी आवेदनों की समीक्षा करती है। इसके बाद ही विजेता के नाम का ऐलान होता है। आज 10 अक्टूबर 2025 को नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में शांति के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी। कहा जा रहा है कि इजरायल और पाकिस्तान जैसे देशों के नेताओं का समर्थन मिलने से ट्रंप की दावेदारी मजबूत है, लेकिन एक्सपर्ट्स और बेटिंग कंपनियों का झुकाव यूलिया की तरफ अधिक दिख रहा है। इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार किसे मिलेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
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