



नई दिल्ली। Bullet Train: भारत की पहली बुलेट ट्रेन का काम तेज गति से चल रहा है। इसे लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए 300 किलोमीटर लंबा वायाडक्ट रेडी हो गया है। इसके साथ ही गुजरात में सूरत के पास लगभग 40 मीटर लंबे बॉक्स गर्डर का भी काम पूरा हो गया है। रेल मंत्री के अलावा राज्य के परिवहन मंत्री ने भी सोशल मीडिया पर कुछ फोटो और जानकारी शेयर की है।
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निर्माण में इस्तेमाल हुई फुल स्पैन लॉन्चिंग तकनीक
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 300 किलोमीटर के स्ट्रक्चर में से 257.4 किलोमीटर का निर्माण फुल स्पैन लॉन्चिंग तकनीक से किया गया है, जिसकी वजह से काम काफी तेज गति से कंप्लीट हुआ। इस दौरान कई नदी पुल, स्टील, पीएससी पुल और स्टेशन भवनों का भी निर्माण किया गया। इस प्रोजेक्ट में अब तक 383 किलोमीटर के पियर्स, 401 किलोमीटर की नींव और 326 किलोमीटर की गर्डर कास्टिंग कंप्लीट हो चुकी है। बताया जा रहा है कि, गुजरात में करीब 157 किलोमीटर ट्रैक बिछाया जा चुका है। संभावना जताई जा रही है कि, बुलेट ट्रेन का ट्रायल रन अगले साल शुरू हो सकता है और 2029 तक ये आम लोगों को सेवाएं देना शुरू कर देगी।
300 km viaduct completed.
— Bullet Train Project pic.twitter.com/dPP25lU2Gy— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) May 20, 2025
लगाए गए 3 लाख से ज्यादा नॉइज बैरियर
ये भी कहा जा रहा है कि, इस प्रोजेक्ट में इस्तेमाल हो रही अधिकतर चीजें भारत में ही बनाई जा रही हैं। लॉन्चिंग गैंट्री, ब्रिज गैंट्री और गर्डर ट्रांसपोर्टर सभी भारत में ही बनाए गए हैं। इससे एक बात तो साफ है कि भारत अब हाई स्पीड ट्रेन और तकनीक में भी आत्मनिर्भर बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है। फुल स्पैन तकनीक की वजह से निर्माण की गति में भी 10 गुना का इजाफा हुआ है। इस स्ट्रक्चर में इस्तेमाल किये गये प्रत्येक स्पैन गर्डर का वजन करीब 970 टन है। साथ ही शोर कम करने के लिए वायडक्ट के दोनों तरफ 3 लाख से ज्यादा के नॉइज बैरियर लगाए गए हैं।
खास डिपो भी बनाया गया
रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र और गुजरात में बुलेट ट्रेन के लिए खास डिपो का भी निर्माण किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि जिस तेज गति से काम चल रहा है, अगर उसी गति से चलता रहा, तो अगले साल की शुरुआत में जापान से शिंकानसेन ट्रेन के डिब्बे आ सकते हैं और अगस्त 2026 तक सूरत और बिलिमोरा के बीच बुलेट ट्रेन का संचालन शुरू हो सकता है।
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