वाराणसी। Temple: संभल से लेकर काशी तक मुस्लिम इलाकों में मंदिर महलों को लेकर जंग छिड़ी हुई है। इस धर्म युद्ध की पृष्ठभूमि में काशी के मदनपुरा इलाके में सिद्धेश्वर महादेव मंदिर की मांग कर रहे हिंदू संगठन सनातन रक्षक दल एक नया दावा लेकर आया है। मदनपुरा, रेवड़ी तालाब और अस्सी के बीच 50 से अधिक पूजा स्थल या तो विलुप्त हो गये हैं या फिर वहां पर ताला लगा हुआ है।
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जल्द शुरू होगी पूजा
सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा कि जल्द ही सिद्धेश्वर महादेव के सहयोग से ऐसे सभी पूजा स्थलों की पहचान कर वहां पूजा शुरू करने का काम शुरू किया जाएगा। इनमें से दर्जनों मंदिर मदनपुर, रेवड़ी तालाब और आसपास के इलाकों में स्थित हैं। ये वे स्थान हैं जहां प्राचीन काशी बस्ती थी, लेकिन जब इन स्थानों से हिंदुओं का पलायन शुरू हुआ, तो यहां मुस्लिम आबादी बढ़ गई। इसके चलते यहां स्थित तमाम देव स्थल या तो विलुप्त हो गये या फिर उन पर ताले डाल दिए गये।
किसी की निजी संपति पर नहीं है मन्दिर
अजय शर्मा ने कहा कि मदनपुर स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर किसी की निजी संपत्ति नहीं है। यह मंदिर सार्वजनिक स्थान पर स्थित है इसलिए वहां ताला तोड़कर पूजा शुरू करनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन को अल्टीमेटम दिया कि अगर वह रविवार तक यहां पूजा शुरू नहीं कराता है तो वे खुद सोमवार को वहां पूजा शुरू कर देंगे। जानकारी के मुताबिक, मदनपुर में एक घर है जिसके सामने सिद्धेश्वर महादेव का मंदिर स्थित है। इस घर का नाम राजा महेंद्र रंजन रॉय था और इसे 1932 में ताज मोहम्मद को बेच दिया गया था। हालांकि, उनकी रजिस्ट्री में कहीं भी मंदिर का जिक्र नहीं है।
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