



नई दिल्ली। Rekha Gupta New CM Delhi: बीते दिनों दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में अरविन्द केजरीवाल की पार्टी को बड़े अंतर से हराकर जीत दर्ज करने वाली भाजपा ने कई दिनों के विचार-विमर्श के बाद आखिरकार दिल्ली के लिए अपना मुख्यमंत्री चुना लिया। पार्टी ने कल यानी बुधवार 19 फरवरी को ऐलान कि अगले पांच साल तक रेखा गुप्ता बतौर मुख्यमंत्री दिल्ली की जनता के सेवा करेंगी। आइए जानते हैं कौन है रेखा गुप्ता, पार्टी और जनता की सेवा में अभी तक उन्होंने क्या-क्या योगदान दिया है।
इसे भी पढ़ें- Delhi Politics: विधानसभा चुनाव हारने के बाद मुश्किल में ‘आप’, इन तीन चुनौतियों से अब कैसे पर पाएगी पार्टी
शालीमार बाग़ सीट से जीती हैं चुनाव
बता दें कि, पहली बार विधायक बनी रेखा गुप्ता दिल्ली के शालीमार बाग़ सीट से चुनाव मैदान में थीं। इस चुनाव में उन्हें 68,200 वोट हासिल हुए थे। उन्होंने आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी और कांग्रेस के प्रवीण जैन को हराकर ये सीट अपने नाम की है। यहां बंदना कुमारी को 38,605 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के प्रवीण कुमार को महज 4892 वोट से संतोष करना पड़ा था। पेशे से वकील रेखा गुप्ता दक्षिण दिल्ली नगर निगम में मेयर पद पर भी रह चुकी हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि राष्ट्रीय राजधानी में उनकी प्रशासनिक साख बेहद मजबूत है।
दिल्लीवालों की पूरी होगी हर आस, दिल्ली की जनता का है ये विश्वास, विकसित दिल्ली का सपना करेगी साकार भाजपा की डबल इंजन की सरकार #दिल्ली_में_भाजपा_सरकार pic.twitter.com/Tf3Cbrzlih
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) February 20, 2025
RSS से शुरू किया था राजनीतिक करियर
50 साल की रेखा गुप्ता का पार्टी में एक मजबूत कद है। वर्तमान में वह बीजेपी की महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष हैं। 19 जुलाई 1974 को जन्मी रेखा स्कूल-कालेज में काफी सक्रिय रही हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) से जुड़कर की थी। वह लंबे समय तक संघ से जुड़ी रहीं। यही वजह कि उनमें संघ की विचारधारा कूट-कूट कर भरी है। उन्होंने साल 1992 में दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से औपचारिक रूप से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वहां वे अखिल भारतीय परिषद (AVBP) में शामिल हुईं और काफी सक्रिय रहीं। नतीजतन, 1996-97 के कार्यकाल के लिए वे दिल्ली छात्र संघ की अध्यक्ष चुनी गईं।
2007 में बनीं पार्षद
कालेज से निकलने के बाद 2007 में उन्होंने राजनीति की मुख्यधारा में कदम रखा और बीजेपी में शामिल हुईं। उनकी कार्यशैली और सक्रियता से प्रभावित होकर पार्टी ने उन्हें पीतमपुरा से पार्षद के लिए हुए चुनाव मैदा में उतारा, जहां उन्होंने जीत दर्ज की। इसी के साथ पार्टी ने उन्हें 2007 से 2009 तक दिल्ली नगर निगम यानी एमसीडी की महिला कल्याण और बाल विकास समिति के अध्यक्ष जैसा अहम पद सौंपा। इस पर उन्होंने लगातार दो कार्यकाल पूरे किए। सामुदायिक विकास, महिला सशक्तिकरण और शैक्षिक सुधारों पर मेन फोकस रखने वाली रेखा गुप्ता बीजेपी की दिल्ली राज्य इकाई की महासचिव और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी रह चुकी हैं।
नवनिर्वाचित @BJP4Delhi विधायक दल की नेता @gupta_rekha ने @LtGovDelhi के समक्ष मुख्यमंत्री बनने और सरकार बनाने का दावा पेश किया !
दिल्ली चुनाव प्रभारी श्री @PandaJay जी व अन्य माननीय नेतागण उपस्थित रहे ! pic.twitter.com/98UAE1xCKH— Virendraa Sachdeva (@Virend_Sachdeva) February 19, 2025
BJP में निभा चुकी हैं कई अहम भूमिकाएं
पार्टी में उनके योगदान को तब मान्यता मिलनी शुरू हुई, जब 2010 में उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य बनाया गया। इन सबके अलावा रेखा ने पार्टी में और भी बहुत से योगदान दिए हैं। उन्होंने बीजेपी युवा मोर्चा में भी कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। जैसे कि 2004 से 2006 तक वे राष्ट्रीय सचिव के पद पर रहीं। इससे पहले 2003 से 2004 तक उन्होंने युवा मोर्चा दिल्ली राज्य का सचिव पद संभाला। रेखा गुप्ता ने अपने हर पद की पूरी जिम्मेदारी से निभाया। वह पिछली दिल्ली सरकार यानी आम आदमी पार्टी की सराकर के खिलाफ भी खूब एक्टिव रही हैं।
महिला मुख्यमंत्री की विरासत को बढ़ाया आगे
फिलहाल, उनकी मेहनत, ईमानदारी और कर्मठता को देखते हुए पार्टी अब उन्हें देश के सबसे अहम प्रदेश और राष्ट्र की राजधानी दिल्ली की कमान सौंप रही है। साथ ही वह दिल्ली में महिला मुख्यमंत्रियों की विरासत को आगे बढ़ा रही है। बता दें कि रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं। इनसे पहले 12 अक्टूबर 1998 से 3 दिसंबर 1998 तक सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं, फिर 1998 से 2013 तक यानी पूरे 15 साल कांग्रेस से शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। कहा जाता है कि, शीला दीक्षित के कार्यकाल में दिल्ली ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ।
जनता को होंगी काफी उम्मीदें
इसके बाद आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी को दिल्ली की बागडोर मिली। वह महज पांच महीने इस कुर्सी पर रहीं। उन्हें ये पद केजरीवाल के पद से हटने के बाद सौंपा गया। फ़िलहाल, अब रेखा गुप्ता दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। ऐसे में अब दिल्ली की जनता को उनसे काफी उम्मीदें होगीं। अब ये देखने वाला होगा कि वे जनता की उम्मीदों पर किस हद तक खरी उतरती हैं।
इसे भी पढ़ें- Delhi Assembly Elections 2025:’आप’ के नक्शे कदम पर BJP, दिल्ली की जनता से कर रही लोक लुभावने वादे