



नई दिल्ली। Man mohan Singh Funeral: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह आज शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गये। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली के निगम बोध घाट पर किया गया। मनमोहन सिंह की बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी। पूर्व पीएम के अंतिम संस्कार में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत कई नेता मौजूद रहे। सभी ने डॉ. मन मोहन सिंह को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा भूटान के राजा भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
कांग्रेस मुख्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी को अंतिम विदाई दी।
डॉ सिंह की विनम्रता, मार्गदर्शन और देश के लिए योगदान इतिहास के पन्नों में सदा जीवित रहेंगे। pic.twitter.com/jfqT4PYUis
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 28, 2024
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अंतिम यात्रा से पहले कांग्रेस कार्यालय लाया गया पार्थिव शरीर
आर्थिक सुधारों के महानायक मनमोहन सिंह को आज पूरा देश याद कर रहा है। मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर आज सुबह करीब 8 बजे नई दिल्ली के 3 मोतीलाल नेहरू रोड स्थित उनके आवास से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया, जहां उनके पार्थिव शरीर को कई घंटों तक रखा गया। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। यहां सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को निगम बोध घाट ले जाया गया।
26 दिसंबर को हुआ था पूर्व पीएम का निधन
26 दिसंबर की रात को मनमोहन सिंह का निधन हो गया था। उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में 92 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। वह पिछले कुछ समय से काफी बीमार थे। निधन से कुछ समय पहले ही उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने घरेलू आर्थिक सुधारों को बढ़ावा दिया। केंद्र सरकार ने मनमोहन सिंह की याद में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री के तौर पर कई ऐतिहासिक कदम उठाये
प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने सूचना क्रांति, मनरेगा, कृषि ऋण माफी और शिक्षा का अधिकार जैसे ऐतिहासिक काम किये। उन्होंने सूचना का अधिकार (आरटीआई), शिक्षा का अधिकार (आरटीई) और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जैसे उपयोगी कार्यक्रम पेश किए। नरसिम्हा राव की सरकार में उन्हें भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया। उन्होंने देश को 1991 के आर्थिक संकट से बचाया था। यही कारण है कि उन्हें आर्थिक सुधारों का महानायक कहा जाता है।
पाकिस्तान में 26 सितंबर, 1932 को हुआ था जन्म
मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पाकिस्तान के गाह इलाके में हुआ था। 1947 में विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आ गया। मनमोहन सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से डी.फिल की उपाधि हासिल की। मनमोहन सिंह की राजनीतिक यात्रा 1990 के दशक की शुरुआत में शुरू हुई जब वह तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री बने। वित्तमंत्री के रूप में उन्होंने भारत के आर्थिक उदारीकरण की नींव रखी और भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया भर में मजबूत किया।